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Published 20:16 IST, September 18th 2024

पितृपक्ष 2024: जीवन पर नहीं चाहते पितृ दोष का साया, तो श्राद्ध में भूलकर भी न करें इन चीजों का दान

Pitru paksha daan: पितृपक्ष के दौरान कई सारे कामों को करना वर्जित माना गया है, जिसमें कुछ चीजों का दान ना करना भी शामिल हैं। ऐसा करने पर पितर नाराज हो सकते हैं।

Pitru paksha daan
पितृपक्ष में किन चीजों का दान नहीं करना चाहिए? | Image: Freepik

Daan in pitru paksha: भाद्रपद यानी भादो माह की पूर्णिमा तिथि से शुरू होने वाला पितृपक्ष बहुत ही खास होता है। भादो की पूर्णिमा से आश्विन माह की अमावस्या (amawsya) तक की सभी 16 तिथियां पितरों को समर्पित हैं। इस दौरान लोग पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म जैसे काम करते हैं। हालांकि शास्त्रों में पितृपक्ष (pitru paksha daan niyam) के कुछ नियम-कानून बताए गए हैं और साथ ही इस दौरान कई कामों की मनाही भी हैं। वहीं इन दिनों में कुछ कामों को करना बहुत ही पुण्य का काम बताया गया है, उन्हीं में से दान-पुण्य भी एक है, लेकिन दान करते समय आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा नहीं तो पितरों की नाराजगी के साथ-साथ शनि देव (shani dev) की कू-दृष्टि का भी सामना करना पड़ेगा। आइए इसके बारे में जानते हैं।

इस साल पितृपक्ष (pitru paksha 2024) की शुरुआत 17 सितंबर 2024 दिन मंगलवार से हो चुकी है, जो 2 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को समाप्त होगा। ऐसे में दिन दिनों में पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म (shradha karm) के साथ-साथ दान-पुण्य का भी विशेष महत्व माना जाता है और ऐसा करने पर पितर खुश भी होते हैं, लेकिन पितृपक्ष (pitru paksha daan niyam) के दौरान कुछ चीजों के दान की मनाही होती है। अगर आप भूलकर भी उन चिजों का दान करते हैं, तो आपको पितृ दोष के साथ-साथ शनि दोष का भी सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं कि श्राद्ध (shradh 2024) के दौरान किन चीजों का दान करने से बचना चाहिए।

पितृपक्ष में भूलकर भी न करें इन चीजों का दान (Daan in pitru paksha)

लोहे के बर्तन का दान (iron utensils)
शास्त्रों के मुताबिक पितृपक्ष के दौरान भूलकर भी लोहे के बर्तनों का दान नहीं करना चाहिए। इसके पीछे की वजह है कि इनका संबंध शनिदेव से माना जाता है। ऐसे में अगर आप पितृपक्ष (pitru paksha) के दिनों में लोहे की चीजों का दान करते हैं, तो इससे घर में पितृ दोष लग सकता है। साथ ही शनि दोष का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप लोहे ही बजाय पीतल के बर्तन का दान कर सकते हैं।

नमक का दान (Salt)
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान भूलकर भी नमक (Namak) का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को भारी नुकसान हो सकता है। कहते हैं कि पितृ पक्ष में नमक का दाने करने वाले व्यक्ति को आर्थिक नुकसान होता है और साथ ही कर्ज में डूबने का खतरा भी बना रहता है।

जूते-चप्पलों का दान (shoes and slippers)
पितृपक्ष में जूते-चप्पलों का दान करने भी वर्जित माना गया है। दरअसल, इसका संबंध शनिदेव से बताया गया है। ऐसे में अगर आप इन दिनों में जूते-चप्पलों का दान करते हैं, तो इससे आपको शनि दोष के साथ-साथ पितृ दोष (pitru dosh) भी लग सकता है। साथ ही पूर्वजों को मुक्ति भी नहीं मिलती है, जिसकी वजह से उनकी नाराजगी का भी सामना करना पड़ सकता है।

सरसों के तेल का दान (mustard oil)
पितृपक्ष (pitru paksha) के दौरान सरसों के तेल का दान करना वर्जित माना गया है। ऐसा करने से पूर्वज नाराज हो सकते हैं। साथ ही घर में पितृ दोष भी लग सकता है। 

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Updated 20:16 IST, September 18th 2024