Published 19:40 IST, September 17th 2024
Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष की 16 तिथियों में कब और किसका किया जाता है श्राद्ध? जानें पूरी डिटेल
Purnima से शुरू होकर अमावस्या पर खत्म होने वाले Pitru Paksha की 16 तिथियां बेहद खास होती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कौन सी तिथि में किसका श्राद्ध किया जाता है।
Pitru paksha ki kis tithi me kiska Shradh kare: हर साल भाद्रपद यानी भादो माह की पूर्णिमा तिथि से लेकर आश्विन माह की अमावस्या तक चलने वाला पितृपक्ष हिंदू धर्म में बहुत ही खास माना जाता है। इस दौरान इसकी 16 तिथियां पड़ती है और सारी की सारी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि इन्हीं तिथियों में पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान कर्म किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किस तिथि पर किस पितर का श्राद्ध किया जाता है।
इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 17 सितंबर 2024 दिन मंगलवार से हो चुकी है। हालांकि पिंडदान, श्राद्ध कर्म और तर्पण की क्रिया कल यानी 18 सितंबर 2024 दिन बुधवार पितृपक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू किया जाएगा। ऐसे में बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होता है कि आखिर किस तिथि में उन्हें पिंडदान, श्राद्ध कर्म और तर्पण करना है। तो चलिए आपको बताते हैं कि पितृपक्ष की 16 तिथियों में कब और किसका श्राद्ध किया जाता है।
कब कौन सा होगा श्राद्ध?
- पूर्णिमा का श्राद्ध- 17 सितंबर दिन मंगलवार
- प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध - 18 सितंबर दिन बुधवार
- द्वितीया तिथि का श्राद्ध - 19 सितंबर दिन गुरुवार
- तृतीया तिथि का श्राद्ध - 20 सितंबर दिन शुक्रवार
- चतुर्थी तिथि का श्राद्ध - 21 सितंबर दिन शनिवार
- पंचमी तिथि का श्राद्ध - 22 सितंबर दिन रविवार
- षष्ठी तिथि का श्राद्ध - 23 सितंबर दिन सोमवार
- सप्तमी तिथि का श्राद्ध- 24 सिंतबर दिन मंगलवार
- अष्टमी तिथि का श्राद्ध - 25 सितंबर दिन बुधवार
- नवमी तिथि का श्राद्ध - 26 सितंबर दिन गुरुवार
- दशमी तिथि का श्राद्ध - 27 सितंबर दिन शुक्रवार
- एकादशी तिथि का श्राद्ध - 28 सितंबर दिन शनिवार
- द्वादशी तिथि का श्राद्ध - 29 सितंबर दिन रविवार
- त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध - 30 सितंबर दिन सोमवार
- चतुर्दशी तिथि का श्राद्ध - 1 अक्तूबर दिन मंगलवार
- सर्व पितृ अमावस्या, पितृ पक्ष समाप्त- 2 अक्तूबर को होगा। कुछ लोग हरिद्वार जाकर भी श्राद्ध कराते हैं।
किस तिथि में किस पितर का किया जाता है श्राद्ध?
पूर्णिमा तिथि श्राद्ध
पितृ पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिन लोगों की मृत्यु पूर्णिमा तिथि के दिन होती है।
द्वितीया श्राद्ध
जिन व्यक्ति का निधन किसी भी माह की द्वितीया तिथि के होता है उनका श्राद्ध पितृ पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन किया जाता है।
तृतीया श्राद्ध
किसी भी माह की तृतीया तिथि के दिन मरने वाले व्यक्ति का श्राद्ध पितृ पक्ष की तृतीया तिथि के दिन होता है।
चतुर्थी श्राद्ध
अगर किसी पितर की मृत्यु चतुर्थी तिथि को होती है तो उनका श्राद्ध पितृ पक्ष में चतुर्थी तिथि के दिन किया जाता है।
पांचवा श्राद्ध
किसी अविववाहिता यानि कुंवारे पितरों का श्राद्ध पंचमी तिथि के दिन किया जाता है।
इसके अलावा जिन भी पितर की जिस तिथि पर मृत्यु हुई होती है उनका श्राद्ध उसी तिथि पर किया जाता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 19:40 IST, September 17th 2024