अपडेटेड 26 December 2025 at 22:49 IST
Paush Purnima 2026: नए साल की पहली पूर्णिमा कब है? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और दान-स्नान से जुड़े नियम; घर से कहीं नहीं जाएगी सुख-समृद्धि
Paush Purnima 2026 Kab Hai: अगर आप श्रद्धा और नियम के साथ पौष पूर्णिमा का व्रत, स्नान और दान करते हैं, तो माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- धर्म और अध्यात्म
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Paush Purnima 2026 Significance: पौष पूर्णिमा पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। साल 2026 में यह खास इसलिए भी है, क्योंकि यह नए साल की पहली पूर्णिमा है। इस बार एक खास बात यह है कि पौष पूर्णिमा का व्रत और स्नान-दान अलग-अलग दिन किए जाएंगे। इस दिन स्नान, दान और पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, माता लक्ष्मी की कृपा मिलती है और चंद्र दोष से मुक्ति का मार्ग खुलता है। तो चलिए जानते हैं पौष पूर्णिमा 2026 से जुड़ी पूरी जानकारी।
पौष पूर्णिमा तिथि और मुहूर्त
दृक पंचांग के अनुसार, पौष पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 2 जनवरी 2026, शाम 6:53 बजे से लेकर अगले दिन 3 जनवरी 2026, दोपहर 3:32 बजे तक रहेगा।
पौष पूर्णिमा व्रत की तारीख
धार्मिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा व्रत उसी दिन रखा जाता है, जिस दिन चंद्रमा पूर्णिमा तिथि में उदित होता है। इसी कारण पौष पूर्णिमा व्रत 2 जनवरी 2026, शुक्रवार को रखा जाएगा। इस दिन व्रती सत्यनारायण भगवान, माता लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करते हैं।
पौष पूर्णिमा स्नान-दान की तारीख
पंचांग के अनुसार स्नान और दान उदयातिथि में किए जाते हैं। इसलिए पौष पूर्णिमा का स्नान-दान 3 जनवरी 2026, शनिवार को किया जाएगा।
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पौष पूर्णिमा व्रत के शुभ मुहूर्त
पौष पूर्णिमा व्रत का शुभ मुहूर्त 2 जनवरी 2026 के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:25 से 6:20 बजे तक रहेगा। इसके बाद अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:05 से 12:46 बजे तक रहने वाला है। इसके बाद रवि योग सुबह 7:14 बजे से 11:07 बजे तक रहेगा। इस समय सत्यनारायण भगवान की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है।
माता लक्ष्मी पूजा का समय
माता लक्ष्मी पूजा का समय का प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद से शुरू होगा। वहीं सूर्यास्त का समय शाम 5:36 बजे है। इस समय माता लक्ष्मी की पूजा करें। वहीं रवि योग रात 8:04 बजे तक रहेगा
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पौष पूर्णिमा पर चंद्रोदय समय
पौष पूर्णिमा पर चंद्रोदय का समय शाम 4:18 बजे है। व्रत रखने वाले लोग इस समय चंद्र देव की पूजा करें और जब चंद्रमा पूर्ण रूप से दिखाई दे, तब अर्घ्य अर्पित करें।
पौष पूर्णिमा स्नान-दान का शुभ समय
पौष पूर्णिमा स्नान-दान का शुभ समय 3 जनवरी 2026 को होगा, जहां ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:25 से 6:20 बजे तक रहेगा। इसके बाद सूर्योदय सुबह 7:14 बजे हो सकता है। बता दें कि आप सूर्योदय के बाद भी स्नान और दान कर सकते हैं।
योग और नक्षत्र
- ब्रह्म योग सुबह से 9:05 बजे तक रहेगा, जिससे इन्द्र योग बनेगा।
- आर्द्रा नक्षत्र सुबह से शाम 5:27 बजे तक रहेगा, जिससे पुनर्वसु नक्षत्र बनेगा।
पौष पूर्णिमा पर क्या दान करें?
पौष पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे कुंडली का चंद्र दोष दूर होता है।
किन चीजों का दान करना चाहिए?
- चावल
- दूध
- शक्कर
- सफेद वस्त्र
- सफेद चंदन
- मोती या मोतियों की माला
- चांदी
ध्यान रहे कि दान अपनी क्षमता के अनुसार ही करें, भावना सबसे महत्वपूर्ण होती है।
साल 2026 में पौष पूर्णिमा बेहद खास है। 2 जनवरी को व्रत और पूजा का रहने वाला है। वहीं 3 जनवरी को स्नान और दान का शुभ मुहूर्त रहेगा।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 26 December 2025 at 22:49 IST