अपडेटेड 8 July 2025 at 20:33 IST
Aniruddhacharya: हमें भगवान का कौन सा नाम जपना चाहिए, जिससे भगवान ज्यादा प्रसन्न हों? अनिरुद्धाचार्य महाराज ने दिया जवाब
Aniruddhacharya: एक महिला ने अनिरुद्धाचार्य महाराज से प्रश्न किया कि हमें भगवान का कौन सा नाम जपना चाहिए? जिससे भगवान ज्यादा प्रसन्न हो। आइए जानते हैं क्या उत्तर मिला?
- धर्म और अध्यात्म
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Aniruddhacharya Maharaj: प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य महाराज भागवत कथा के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करते हैं कि मनुष्य को कैसे धर्म मय जीवन जीना चाहिए। कथा के दौरान महाराज लोगों के प्रश्न उत्तर भी लेते हैं और उनके समस्याओं का समाधान भी बताते हैं।
इसी दौरान एक महिला ने अनिरुद्धाचार्य महाराज से प्रश्न किया कि हमें भगवान का कौन सा नाम जपना चाहिए? जिससे भगवान ज्यादा प्रसन्न हो। जैसे कि राधे-राधे बोलें या राधा-राधा बोलें या जय श्री राम बोलें या श्रीमन नारायण बोलें, राधे-राधे बोलते हैं तो यह लगता है कि कहीं श्री राम नाराज ना हो जाएं, श्री राम बोलते हैं तो ऐसा लगता है कि कहीं कृष्ण कन्हैया नाराज ना हो जाएं, अब करें तो करें क्या करें, हमें तो सारे भगवान के नाम भी नहीं पता आप ही बताइए हम क्या करें?
भगवान एक ही हैं, जिन्हें हम अलग-अलग नाम से पुकारते हैं- अनिरुद्धाचार्य महाराज
महिला के प्रश्न पर अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि 33 कोटी देवी-देवता होते हैं और भगवान एक ही हैं, जिन्हें हम अलग-अलग नाम से पुकारते हैं। देवता अलग होते हैं, देवताओं के राजा इंद्र हैं। भगवान अलग हैं। देवता 33 कोटी होते हैं यानी 33 प्रकार के होते हैं लेकिन भगवान एक होते हैं। जैसे आपको आपके पिता बेटी, आपके पति पत्नी, आपके बच्चे मां कह कर पुकारते हैं, आप एक ही हो लेकिन रिश्तों के अनुसार आपके रूप बदल गए। पिता के लिए आप पुत्री हो गईं, भाई के लिए बहन हो गईं, पति के लिए पत्नी हो गईं, और बच्चों के लिए मां हो गईं लेकिन आप हैं एक ही, देखने वाले चार हैं इसलिए आपका नाम चार हो गए।
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ईश्वर एक हैं पर उस एक भगवान को देखने वाले भक्त अनेक- अनिरुद्धाचार्य महाराज
अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि इसी प्रकार ईश्वर एक हैं पर उस एक भगवान को देखने वाले भक्त अनेक हैं, तो कोई उन्हें राम कहकर बुलाता है, कोई कृष्णा कहकर बुलाता है, कोई शिव कहता है, कोई नारायण कहता है, ईश्वर एक है चाहे राम कहो, कृष्ण कहो, नारायण कहो, एक ही तत्व है, अनेक नाम है, उनके अनेक रूप हैं।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 8 July 2025 at 20:33 IST