अपडेटेड 8 July 2025 at 17:40 IST
Premanand Maharaj: जितने पाप होते हैं सब कर डाला, प्रायश्चित कैसे करूं? प्रेमानंद महाराज ने दिया जवाब
Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि नाम जप से आपके अंदर आध्यात्मिक बल की उत्पत्ति होती है, जिसके कारण आप पाप कर्मों को करने से बच जाते हैं। जब भी आप कोई पाप कर्म करने जाते हैं तो नाम जप के प्रभाव से आपके भीतर उसे न करने की इच्छा प्रबल होती चली जाती है।
- धर्म और अध्यात्म
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Premanand Maharaj: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचन आज लाखों युवाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन कर रहे हैं प्रेमानंद महाराज की प्रवचनों को सुनकर लोग अपने जीवन में आध्यात्मिक को आगे बढ़ा रहे हैं लोग अपनी समस्याओं को लेकर वृंदावन आते हैं और प्रेमानंद महाराज के वचनों को सुनकर अपनी समस्याओं का समाधान पाते हैं
एकांतिक वार्तालाप के दौरान एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से कहा कि आपकी कृपा से वृंदावन वास मिला, शरणागति मिली परंतु निरंतर प्रयास करने के बाद भी शास्त्रों के अनुसार कहे गए पांच महापाप मास, मदिरा, जुआ, व्यभिचार इत्यादि शरीर से जानकर हुए। इन्हें आपके समक्ष कबूल करके आपसे प्रार्थना है कि कोई प्रायश्चित बताएं। आईए जानते हैं प्रेमानंद महाराज ने क्या उपाय बताए?
सबसे बड़ा प्रायश्चित है जो हुआ अब आगे से कभी नहीं होगा- प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि सबसे बड़ा प्रायश्चित होता है कि अब तक जो हुआ सो हुआ, अब आगे से कभी नहीं होगा। अगर आप पहले प्रायश्चित को स्वीकार करते हैं तो हम आगे के प्रायश्चित आपको बताएंगे। कहो कि आज तक किया कसम खाता हूं, आज के बाद कभी नहीं करूंगा। दूसरा भगवान से प्रार्थना करो भगवान मुझे इतनी समर्थ्य दो कि एक संत के आगे कसम खाया हूं, कभी मैं भूला ना कर बैठूं। तीसरा नाम जप करो और चौथा वृंदावन की दंडवत परिक्रमा दो। एक परिक्रमा दंडवत इसके बाद आप ठीक हो जाएंगे।
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नाम जप से आध्यात्मिक बल की उत्पत्ति होती है- प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि नाम जप से आपके अंदर आध्यात्मिक बल की उत्पत्ति होती है, जिसके कारण आप पाप कर्मों को करने से बच जाते हैं। जब भी आप कोई पाप कर्म करने जाते हैं तो नाम जप के प्रभाव से आपके भीतर उसे न करने की इच्छा प्रबल होती चली जाती है। धीरे-धीरे जब आप नाम जप के अभ्यास को बढ़ाते हैं तो नाम जप की शक्ति आपको आंतरिक रूप से मजबूत करती है और गलत कामों को करने से रोकती है। जब आप गलत काम नहीं करते हैं, ईश्वर का लगातार अपना भजन करते हैं, नाम लेते हैं, इससे आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और ईश्वर प्राप्ति की तरफ आप तेजी से आगे बढ़ते हैं।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 8 July 2025 at 17:40 IST