अपडेटेड May 8th 2025, 10:54 IST
Mohini Ekadashi 2025 Niyam aur Bhog: आज यानी गुरुवार, 8 मई को मोहिनी एकादशी का व्रत किया जा रहा है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। कहते हैं इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से साधक को मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में आपको आज के कुछ नियमों की अनदेखी भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
साथ ही भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए आप उन्हें उनकी प्रिय चीजों का भोग लगा सकते हैं। इससे घर में सुख शांति बनी रहेगी और आप हमेशा आर्थिक संकटों से दूर रहेंगे। तो चलिए देर किस बात की, आइए जानते हैं मोहिनी एकादशी के नियम और श्रीहरी के भोग के बारे में।
व्रत की पूर्व रात्रि (दशमी) को सात्विक भोजन करें और काम, क्रोध, लोभ आदि से दूर रहें।
प्रातःकाल स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
पूरे दिन उपवास रखें। आप निर्जला या फलाहार व्रत कर सकते हैं।
झूठ बोलना, क्रोध करना, परनिंदा आदि से बचें।
दिनभर विष्णु भगवान के मंत्रों का जाप करें – जैसे “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”।
रात में जागरण करें और भगवान की कथा व भजन-कीर्तन करें।
द्वादशी के दिन ब्राह्मण या ज़रूरतमंद को भोजन और दान दें, फिर व्रत का पारण करें।
तुलसी पत्र
भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। इसलिए एकादशी के दिन आप उन्हें भोग के रूप में तुलसी पत्र अर्पित कर सकते हैं।
पंचामृत
दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से बना पंचामृत विष्णु जी को जरूर अर्पित करें।
फलों का भोग
फलों में केला, सेब, आम, अंगूर आदि का भोग जरूर लगाएं।
सात्विक पकवान
साबूदाने की खिचड़ी, आलू की सब्ज़ी, मीठा हलवा, मखाने की खीर इन सभी चीजों का भोग आप विष्णु जी को लगा सकते हैं।
सूखे मेवे
बादाम, किशमिश, काजू आदि जैसे सूखे मेवे भी भगवान विष्णु को चढ़ाए जा सकते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
पब्लिश्ड May 8th 2025, 10:54 IST