अपडेटेड 14 December 2025 at 23:22 IST

Shivlinga Puja: सोमवार के दिन शिवलिंग की पूजा करने के दौरान अक्सर लोग कर देते हैं ये गलतियां, जान लें पूजा नियम

Shivlinga Puja : सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। अब ऐसे में अगर आप भी सोमवार के दिन शिविलंग पूजा करते हैं तो कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। आइए इस लेख में जानते हैं।

Shivlinga Puja
Shivlinga Puja | Image: Freepik

Shivlinga Puja: सोमवार का दिन महादेव भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन शिवभक्त उनकी आराधना कर मनचाहे वरदान की कामना करते हैं। शिवजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल तरीका शिवलिंग की पूजा करना है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवलिंग की पूजा करते समय कई लोग अनजाने में ऐसी गलतियां कर देते हैं। जिससे पूजा का फल नहीं मिल पाता है। आइए हम आपको इस लेख में भगवान शिव की पूजा करने के सही नियम के बारे में विस्तार से बताएंगे।

शिवलिंग की पूजा करने के दौरान न करें ये गलतियां 

शिवलिंग पर हल्दी और कुमकुम कभी नहीं चढ़ाना चाहिए। हल्दी का संबंध सौंदर्य और सौभाग्य से है, जिसका उपयोग मां पार्वती की पूजा में होता है। शिवलिंग वैराग्य का प्रतीक है। इसलिए शिवलिंग पर सिंदूर न चढ़ाएं।

शिवलिंग पर न चढ़ाएं तुलसी के पत्ते 

शास्त्रों के अनुसार, तुलसी को भगवान शिव के भोग या पूजा में वर्जित माना गया है। इसकी वजह यह है कि तुलसी पूर्व जन्म में असुर जालंधर की पत्नी थी, जिसका वध भगवान शिव ने किया था।

शिवलिंग पर न चढ़ाएं टूटे चावल 

शिवलिंग पर हमेशा साबुत चावल ही चढ़ाने चाहिए। टूटे हुए या खंडित चावल अपूर्णता का प्रतीक होते हैं, जिसे पूजा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

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शिवलिंग पर शंख से जल न चढ़ाएं 

शंख से भी शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके पीछे भी जालंधर असुर की कथा है, जिसे शंख का रूप माना जाता है और शिवजी ने उसका वध किया था।

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सोमवार के दिन शिवलिंग की पूजा किस विधि से करें?  

  • सोमवार के दिन सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • मंदिर में शिवलिंग पर सबसे पहले जल अर्पित करें।
  • इसके बाद पंचामृत से अभिषेक करें।
  • शुद्ध जल से दोबारा अभिषेक करने के बाद चंदन लगाएं।
  • उसके बाद आप बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल, और भोग अर्पित करें।
  • आप पूजा करने के दौरान ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप जरूर करें। 
  • आखिर में भगवान शिव की आरती करें।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 14 December 2025 at 23:13 IST