अपडेटेड 20 February 2025 at 08:56 IST

Masik Krishna Janmashtami 2025: मासिक कृष्ण जन्माष्टमी आज, जरूर करें राधा रानी के इन नामों का जप; श्री कृष्ण हो जाएंगे खुश

Masik Krishna Janmashtami 2025: मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन आपको राधा रानी के इन नामों का जप जरूर करना चाहिए।

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मासिक कृष्ण जन्माष्टमी | Image: Meta AI

Masik Krishna Janmashtami 2025: हिंदू धर्म में मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (Masik Janmashtami 2025) का बेहद खास महत्व है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ-साथ राधा रानी जी की पूजा-अर्चना किए जाने का विधान है। हर माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि तिथि के दिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। जो कि इस महीने में आज यानी गुरुवार, 20 फरवरी के दिन मनाई जा रही है।

इस दिन कृष्ण भक्त व्रत कर भगवान को खुश करने का प्रयास करते हैं। हालांकि आप राधा रानी के 108 नामों के मंत्रों का जप कर न सिर्फ राधा रानी बल्कि श्री कृष्ण का आशीर्वाद भी पा सकते हैं। तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं राधा रानी के नामों के इन मंत्रों के बारे में।

राधा जी के 108 नाम (Radha Mantra)

  • ॐ श्रीराधायै नम:।
  • ॐ राधिकायै नम:।
  • ॐ जीवायै नम:।
  • ॐ जीवानन्दप्रदायिन्यै नम:।
  • ॐ यशस्विन्यै नम:।
  • ॐ यशोगम्यायै नम:।
  • ॐ यशोदानन्दवल्लभायै नम:।
  • ॐ दामोदरप्रियायै नम:।
  • ॐ गोकुलानन्दकर्त्र्यै नम:।
  • ॐ गोकुलानन्ददायिन्यै नम:।
  • ॐ गतिप्रदायै नम:।
  • ॐ गीतगम्यायै नम:।
  • ॐ गमनागमनप्रियायै नम:।
  • ॐ विष्णुप्रियायै नम:।
  • ॐ विष्णुकान्तायै नम:।
  • ॐ विष्णोरंकनिवासिन्यै नम:।
  • ॐ यशोदानन्दपत्न्यै नम:।
  • ॐ नन्दनन्दनपत्न्यै नम:।
  • ॐ वृषभानुसुतायै नम:।
  • ॐ शिवायै नम:।
  • ॐ गणाध्यक्षायै नम:।
  • ॐ गवाध्यक्षायै नम:।
  • ॐ जगन्नाथप्रियायै नम:।
  • ॐ किशोर्यै नम:।
  • ॐ कमलायै नम:।
  • ॐ कृष्णवल्लभायै नम:।
  • ॐ कृष्णसंयुतायै नम:।
  • ॐ वृन्दावनेश्वर्यै नम:।
  • ॐ कृष्णप्रियायै नम:।
  • ॐ मदनमोहिन्यै नम:।
  • ॐ श्रीमत्यै कृष्णकान्तायै नम:।
  • ॐ कृष्णानन्दप्रदायिन्यै नम:।
  • ॐ यशोदानन्दगेहिन्यै नम:।
  • ॐ कामारिकान्तायै नम:।
  • ॐ कामेश्यै नम:।
  • ॐ कामलालसविग्रहायै नम:।
  • ॐ जयप्रदायै नम:।
  • ॐ जयायै नम:।
  • ॐ गोप्यै नम:।
  • ॐ गोपानन्दकर्यै नम:।
  • ॐ कृष्णांगवासिन्यै नम:।
  • ॐ हृद्यायै नम:।
  • ॐ चित्रमालिन्यै नम:।
  • ॐ विमलायै नम:।
  • ॐ दु:खहन्त्र्यै नम:।
  • ॐ मत्यै नम:।
  • ॐ धृत्यै नम:।
  • ॐ लज्जायै नम:।
  • ॐ कान्त्यै नम:।
  • ॐ पुष्टयै नम:।
  • ॐ गोकुलत्वप्रदायिन्यै नम:।
  • ॐ केशवायै नम:।
  • ॐ केशवप्रीतायै नम:।
  • ॐ रासक्रीडाकर्यै नम:।
  • ॐ रासवासिन्यै नम:।
  • ॐ राससुन्दर्यै नम:।
  • ॐ हरिकान्तायै नम:।
  • ॐ हरिप्रियायै नम:।
  • ॐ प्रधानगोपिकायै नम:।
  • ॐ गोपकन्यायै नम:।
  • ॐ त्रैलोक्यसुन्दर्यै नम:।
  • ॐ वृन्दावनविहारिण्यै नम:।
  • ॐ विकसितमुखाम्बुजायै नम:।
  • ॐ पद्मायै नम:।
  • ॐ पद्महस्तायै नम:।
  • ॐ पवित्रायै नम:।
  • ॐ सर्वमंगलायै नम:।
  • ॐ कृष्णकान्तायै नम:।
  • ॐ विचित्रवासिन्यै नम:।
  • ॐ वेणुवाद्यायै नम:।
  • ॐ वेणुरत्यै नम:।
  • ॐ सौम्यरूपायै नम:।
  • ॐ ललितायै नम:।
  • ॐ विशोकायै नम:।
  • ॐ विशाखायै नम:।
  • ॐ लवंगनाम्न्यै नम:।
  • ॐ कृष्णभोग्यायै नम:।
  • ॐ चन्द्रवल्लभायै नम:।
  • ॐ प्रेमक्रीडापरीतांग्यै नम:।
  • ॐ दयारुपायै नम:।
  • ॐ गौरचन्द्राननायै नम:।
  • ॐ कलायै नम:।
  • ॐ शुकदेवगुणातीतायै नम:।
  • ॐ शुकदेवप्रियायै सख्यै नम:।
  • ॐ रतिप्रदायै नम:।
  • ॐ चैतन्यप्रियायै नम:।
  • ॐ सखीमध्यनिवासिन्यै नम:।
  • ॐ मथुरायै नम:।
  • ॐ श्रीकृष्णभावनायै नम:।
  • ॐ पतिप्राणायै नम:।
  • ॐ पतिव्रतायै नम:।
  • ॐ सकलेप्सितदात्र्यै नम:।
  • ॐ कृष्णभार्यायै नम:।
  • ॐ श्यामसख्यै नम:।
  • ॐ कल्पवासिन्यै नम:।
  • ॐ अर्द्धचन्द्रधरायै नम:।
  • ॐ रोहिण्यै नम:।
  • ॐ कामकलायै नम:।
  • ॐ बिल्ववृक्षनिवासिन्यै नम:।
  • ॐ बिल्ववृक्षप्रियायै नम:।
  • ॐ बिल्वोपमस्तन्यै नम:।
  • ॐ तुलसीतोषिकायै नम:।
  • ॐ गजमुक्तायै नम:।
  • ॐ महामुक्तायै नम:।
  • ॐ महामुक्तिफलप्रदायै नम:।
  • ॐ प्रेमप्रियायै नम:।
  • ॐ प्रेमरुपायै नम:।
  • ॐ प्रेमभक्तिप्रदायै नम:।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 20 February 2025 at 08:56 IST