अपडेटेड 16 April 2025 at 13:48 IST
Masik Krishna Janmashtami 2025: अप्रैल में कब है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी? नोट करें डेट, मुहूर्त और पूजा विधि
Masik Krishna Janmashtami 2025 Date: आइए जानते हैं कि अप्रैल महीने में मासिक कृष्ण जन्माष्टमी किस तारीख को पड़ रही है।
- धर्म और अध्यात्म
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Masik Krishna Janmashtami 2025: हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का बेहद खास महत्व होता है। इसी प्रकार से हर महीने मासिक कृष्ण जन्माष्टमी (Masik Krishna Janmashtami 2025) भी मनाई जाती है। जिसे सनातन धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) और राधा रानी की पूजा-अर्चना किए जाने का विधान है। साथ ही कुछ लोग इस दिन भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी करते हैं।
दरअसल, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्री कृष्ण का अवतरण हुआ था। इसलिए हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है। ऐसे में अगर आप भी मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कृ्ष्ण जी की उपासना करने वाले हैं तो चलिए जानते हैं कि वैशाख माह में यह व्रत किस दिन रखा जाएगा।
मासिक जन्माष्टमी 2025 तिथि (Masik Krishna Janmashtami 2025 Date)
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 20 अप्रैल को शाम 07 बजे से शुरू होकर अगले दिन यानी 21 अप्रैल को शाम 06 बजकर 58 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 20 अप्रैल को मनाया जाएगा।
मासिक जन्माष्टमी 2025 शुभ मुहूर्त (Masik Krishna Janmashtami 2025 Shubh Muhurat)
- ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04 बजकर 22 मिनट से 05 बजकर 06 मिनट तक।
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 06 बजकर 49 मिनट से शाम 07 बजकर 11 मिनट तक।
- निशिता मुहूर्त: रात्रि 11 बजकर 58 मिनट से देर रात 12 बजकर 42 मिनट तक।
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक।
- अमृत काल: सुबह 06 बजकर 43 मिनट से 08 बजकर 24 मिनट तक।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा विधि (Masik Krishna Janmashtami Puja Vidhi)
- मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़ें पहने।
- इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनना अति शुभ माना जाता है।
- इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
- अब पूजा स्थल को साफ कर गंगाजल से शुद्ध करें।
- इसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
- अब जल, दही और दूध आदि चीजों के द्वारा लड्डू गोपाल को स्नान करवाएं।
- उन्हें नए वस्त्र पहनांए और तिलक करें और भगवान को फूलमाला अर्पित करें।
- देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और मंत्रों का जप करें।
- अब श्रीकृष्ण को फल और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।
- आखिरी में क्षमा प्रार्थन कर, पूजा के बाद जरूरतमंदों को जरूरत की चीजें दान करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 16 April 2025 at 13:48 IST