अपडेटेड 15 October 2024 at 15:54 IST
Kartik Maas 2024 Date: कब से शुरू हो रहा है कार्तिक माह? किस देव की होती है पूजा क्या हैं नियम?
Kartik Maas 2024: कार्तिक का महीना बहुत ही पावन होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस महीने में किस देव की पूजा होती है और क्या नियम हैं?
- धर्म और अध्यात्म
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Kab se shuru ho raha hai kartik maah: हिंदू धर्म में वैसे तो कई महीने ऐसे आते हैं, जो धार्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण और खास माने जाते हैं, लेकिन इन सभी में कार्तिक का महीना (kartik maah) बेहद महत्वपूर्ण होता है। वहीं इस माह में पूजा के नियम भी अलग होते हैं। तो चलिए जानते हैं कि कार्तिक का महीना कब से शुरू हो रहा है (kab se shuru ho raha hai kartik maah) और इसमें किस देव की पूजा की जाती है और नियम (kartik maah puja niyam) क्या है?
कार्तिक माह (kartik maah 2024) हिंदू कैलेंडर का आठवां महीना होता है। यह जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु (bhagwan vishnu) को समर्पित है। इस महीने में ही भगवान विष्णु 4 महीनों के विश्राम के बाद जागते हैं। तो चलिए जानते हैं कि इस पावन माह की शुरुआत कब से हो रही है और इसमें पूजा के नियम क्या है?
कब से शुरू हो रहा है कार्तिक का महीना? (Kartik maah 2024 date)
हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2024) के अगले दिन से ही कार्तिक माह की शुरुआत होती है। पंचांग के मुताबिक इस बार कार्तिक माह (kartik maah) शुक्रवार 18 अक्टूबर, 2024 से शुरू होगा, जिसका समापन अगले महीने यानी 15 नवंबर को होगा। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस माह में किस देव की पूजा की जाती है और कार्तिक में पूजा के नियम क्या हैं?
कार्तिक में किस भगवान की पूजा होती है? (kartik me kis bhagwan ki puja hoti hai?)
कार्तिक का महीना (kartik maah) भगवान विष्णु को समर्पित किया गया है और यह माह उनकी कृपा पाने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में कार्तिक महीने में भगवान विष्णु की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। वहीं इस माह विष्णु जी के साथ-साथ तुलसी (tulsi puja niyam) और माता लक्ष्मी की पूजा करने का भी विधान है, लेकिन कार्तिक माह में पूजा करने के लिए कुछ नियम हैं, जिनका पालन करने पर ही आपको पूजा का फल मिलेगा तो चलिए उन नियमों के बारे में जानते हैं।
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कार्तिक माह में पूजा करने का नियम क्या है? (kartik maah puja niyam)
- कार्तिक माह में रोजाना श्रीहरि विष्णु की पूजा करने का विधान है, लेकिन शास्त्रों के मुताबिक इस माह में तुलसी और लक्ष्मी पूजा के बिना विष्णु जी की पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में कार्तिक में तीनों की पूजा करें।
- शास्त्रों के मुताबिक कार्तिक माह में तुलसी के पौधे की उपासना करने का विधान है। ऐसे में सुबह और शाम को देसी घी का दीपक जलाएं और माता तुलसी को जल चढ़ाएं।
- कार्तिक माह में संयम और साधना का विशेष महत्व है, जो जीवन को पवित्रता और शांति प्रदान करती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 15 October 2024 at 15:54 IST