अपडेटेड 9 September 2024 at 22:15 IST
Parivartini Ekadashi 2024: 13 या 14 सितंबर कब रखा जाएगा परिवर्तिनी एकादशी का व्रत, जानें सही डेट
Parivartini Ekadashi Vrat: भादो माह में पड़ने वाली परिवर्तिनी एकादशी का बेहद खास महत्व माना जाता है। आइए जानते हैं इस साल यह व्रत कब रखा जाएगा।
- धर्म और अध्यात्म
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Parivartini Ekadashi Vrat 2024: इस समय देश भर में गणेश चतुर्थी का 10 दिवसीय उत्सव मनाया जा रहा है। इस उत्सव के बीच भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तिनी एकादशी (Parivartini Ekadashi ) मनाई जाती है, जिसे जलझूलनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार और भगवान गणेश की पूजा करने से सभी पाप दूर होते हैं। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। हालांकि इस बार यह व्रत दो दिन पड़ रहा है ऐसे में लोगों में इसकी डेट को लेकर कंफ्यूजन है कि आखिर यह व्रत (Parivartini Ekadashi 2024 Date) कब रखा जाएगा। आइए इसके बारे में जानते हैं।
वैसे तो हर माह में आने वाली एकादशी ( Ekadashi ) तिथि का अपना अलग नाम और महत्व होता है, लेकिन भादो माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाने वाला परिवर्तिनी एकादशी (Parivartini Ekadashi Vrat) का व्रत बेहद खास माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन भगवान विष्णु निद्रासन में अपनी करवट बदलते हैं, इसलिए इसका नाम परिवर्तिनी एकादशी (Parivartini Ekadashi 2024) है। आइए जानते हैं कि इस साल यह व्रत कब रखा जाएगा।
13 या 14 सितंबर कब रखा जाएगा परिवर्तिनी एकादशी का व्रत? (Kab Hai Parivartini Ekadashi )
वैदिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 13 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार की सुबह 10 बजकर 25 मिनट से शुरू होकर 14 सितंबर 2024 दिन शनिवार की सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी। हिंदू धर्म में उदया तिथि मान्य होती है ऐसे में इसके मुताबिक परिवर्तिनी एकादशी (Parivartini Ekadashi Date) व्रत 14 सितंबर दिन शनिवार को रखा जाएगा।
क्यों रखा जाता है परिवर्तिनी एकादशी का व्रत? (Kyo Rakha Jata Hai Parivartini Ekadashi )
पौराणिक कथा के मुताबिक महाभारतकाल में श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर से कहा था कि जो लोग परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, उन्हें समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस व्रत को करने से सुख-शांति, समृद्धि, और आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है। इसके अलावा व्रत रखने वाले व्यक्ति को भय, रोग, दोष आदि से मुक्ति मिल जाती है। इसलिए परिवर्तिनी एकादशी का व्रत (Parivartini Ekadashi Vrat) रखा जाता है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 9 September 2024 at 22:15 IST