अपडेटेड 9 September 2024 at 19:26 IST

Anant Chaturdashi 2024: कब है अनंत चतुर्दशी क्या है महत्व? जानें सही डेट और पूजा का शुभ मुहूर्त

Anant Chaturdashi: अनंत चतुर्दशी का बेहद खास महत्व माना जाता है। ऐसे में आएइ इसकी डेट, पूजा के शुभ मुहूर्त के साथ महत्व के बारे में जानते हैं।

Anant Chaturdashi 2024
कब है अनंत चतुर्दशी 2024? | Image: Freepik

Kab Hai Anant Chaturdashi: हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का बेहद खास महत्व माना जाता है। इस दिन को अनंत चौदस (Anant Chaturdashi) के नाम से भी जाना जाता है। यह खास दिन सर्वप्रथम पूजनीय गणेश भगवान के साथ-साथ जगत के पालन हार श्रीहरि भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) को भी समर्पित किया गया है। इस दिन जहां बप्पा (Bappa) की बड़ी ही धूमधाम से विदाई की जाती है, वहीं विष्णु भगवान की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस खास दिन का महत्व क्या है और इस साल यह कब मनाया (Kab Hai Anant Chaturdashi) जाएगा और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

दरअसल, गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi ) के दिन बप्पा को घर लाया जाता है और पूरे 10 दिनों तक विधिवत उनकी पूजा अर्चना की जाती है। उसके बाद गणेश की का विसर्जन किया जाता है। इसके लिए अनंत चतुर्दशी का खास दिन चुना गया है, जो भादो माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। वहीं इस दिन बप्पा की विदाई के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा का भी विधान है, तो चलिए जानते हैं इस साल यह पर्व (Anant Chaturdashi 2024) कब मनाया जाएगा और पूजा शुभ मुहूर्त क्या है?

कब मनाया जाएगा अनंत चतुर्दशी 2024 का पर्व? (Anant Chaturdashi 2024)

हिंदी पंचांग के मुताबिक इस साल भादो माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 16 सितंबर दिन सोमवार की दोपहर 3 बजकर 10 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन अगले दिन यानी 17 सितंबर 2024 दिन मंगलवार को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के मुताबिक अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2024) का पर्व 17 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा।

अनंत चतुर्दशी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त (Anant Chaturdashi 2024 Puja Shubh Muhurat)  

17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2024) की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 7 मिनट से 11 बजकर 44 मिनट तक है। उस दिन गणेश पूजा के लिए आपको 5 घंटे 37 मिनट की शुभ समय प्राप्त होगा। उस दिन भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) के अनंत स्वरूप की पूजा भी होती है।

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क्या है अनंत चतुर्दशी का महत्व और क्यों मनाया जाता है यह पर्व? (Anant Chaturdashi)

अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2024) के दिन विघ्नहर्ता के अलावा भगावन विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है। इस मौके पर लोग दाएं हाथ में 14 गांठ वाला अनंत धागा या रक्षा सूत्र बांधते हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन बांधा गया यह अनंत धागा व्यक्ति को सुरक्षित रहता है, उसे किसी चीज का भय नहीं रहता है। श्रीहरि की कृपा से उसे जीवन के अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। उसे वैकुंठ में स्थान प्राप्त होता है।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 9 September 2024 at 16:57 IST