अपडेटेड 24 August 2024 at 18:54 IST

Janmashtami: जिस बांसुरी के बिना अधूरे हैं श्रीकृष्ण, वो उन्हें किसने दी थी और क्या है इसकी कहानी?

Krishna Flute: लड्डू गोपाल का श्रृंगार बेहद मनमोहक होता है। इसमें मोर पंख से लेकर बांसुरी तक शामिल है, लेकिन क्या आप जानते हैं कृष्णा को बांसुरी किसने दी थी?

krishna bansuri
कृष्णा को बांसुरी किसने दी थी? | Image: Freepik

Laddu Gopal Ko Bansuri Kisne Di Thi: पूरे देश में जन्माष्टमी की तैयारियों की धूम देखने को मिल रही है। हर तरफ दही हांडी और कृष्णा जन्माष्टमी (Janmashtami) की झाकियां निकालने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस दिन बाल गोपाल की सिर्फ पूजा ही नहीं की जाती है, बल्कि उनका मनमोहक श्रृंगार भी किया जाता है। वैसे तो कृष्णा के श्रृंगार में कई सारी वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन मोर मंख और बांसुरी इसमें बेहद खास होती है। हालांकि यह बहुत ही कम लोग जानते हैं कि कृष्णा को बांसुरी (Krishna Ki Bansuri) किसने दी थी। आइए इसके पीछे की रोचक कहानी के बारे में जानते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक श्रीकृष्ण की बांसुरी (Sri Krishna Bansuri) को बेहद ही पवित्र और शुभ माना गया है साथ ही बांसुरी की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। कहते हैं कि बंसी के बिना गोपाल (Baal Gopal) अधूरे माने जाते हैं। माना जाता है कि इसकी मधुर धुन सुनकर सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि मवेशी भी मंत्रमुग्ध होकर नृत्य करने लगते थे।

कृष्णा को किसने दी थी बांसुरी क्या है इसके पीछे की कहानी?

पौराणिक कथा के मुताबिक द्वापर युग में भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) ने श्रीकृष्ण (Krishna) के रूप में अपना आठवां अवतार लिया था। उनके जन्म के बाद भगवान श्रीकृष्ण को देखने के लिए सभी देवी-देवता धरती पर आए। इस दौरान भगवान शिव श्रीकृष्ण को उपहार में कुछ देने के लिए मंथन करने लगे। तब शिवजी (Shiv Ji) ने ऋषि दधीचि की महाशक्तिशाली हड्डी को घिसकर बांसुरी का निर्माण किया और गोकुल (Gokul) पहुंचे। शिवजी ने उस बांसुरी को बाल गोपाल को भेंट किया। कहा जाता है कि तभी से कृष्णा के पास बांसुरी है। 

यह भी पढ़ें… Janmashtami 2024: जन्माष्टमी पर खीरे से कैसे कराएं लड्डू गोपाल का जन्म? जानें नाल छेदन का सही तरीका

Advertisement

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 24 August 2024 at 18:54 IST