अपडेटेड 20 August 2025 at 16:07 IST
Home Temple Vastu Tips: घर में मंदिर किस दिशा में रखें, भगवान को स्थापित करते समये किन बातों का रखें ध्यान
Home Temple Vastu Tips: घर में मंदिर सबसे पवित्र स्थान पर रखने की मान्यता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अब ऐसे में वास्तु के अनुसार, घर से जुड़े कुछ ऐसे वास्तु नियम हैं, जिनका अगर ध्यान नहीं दिया गया तो घर में नकारात्मक ऊर्जा के साथ वास्तु दोष आ सकता है। आइए इस लेख में घर के मंदिर से जुड़े वास्तु नियमों के बारे में जानते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Home Temple Vastu Tips: सनातन धर्म में घर का मंदिर एक पवित्र और ऊर्जावान स्थान माना जाता है। यह न केवल आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र भी होता है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में मंदिर वास्तु अनुसार सही स्थान पर और सही विधि से स्थापित होता है, वहां सुख-शांति, समृद्धि और सकारात्मकता बनी रहती है।
वहीं, अगर इसमें वास्तु दोष हो जाए तो दुर्भाग्य, मानसिक अशांति और आर्थिक समस्याएं भी घर कर सकती हैं। आइए इस लेख में आपको विस्तार से घर के मंदिर से जुड़ी वे आम गलतियों के बारे में बताएंगे। जिसे आपको करने से बचना है। वरना घर की सकारात्मकता पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ता है।
मंदिर की दिशा का रखें विशेष ध्यान
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर को उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना सबसे शुभ होता है। यह दिशा आध्यात्मिक उन्नति, शांति और सकारात्मक ऊर्जा की मानी जाती है। कभी भी मंदिर को दक्षिण दिशा में न बनाएं, क्योंकि यह दिशा यम का स्थान मानी जाती है और इससे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। मंदिर को ऐसे स्थान पर रखें। जहां धूप की रोशनी आती हो।
मंदिर का स्थान शौचालय या रसोई के पास न हो
मंदिर को कभी भी शौचालय या रसोई के पास नहीं बनाना चाहिए। इससे मंदिर पर ऊर्जा पर बुरा असर पड़ता है।
सीढ़ियों के नीचे ना हो मंदिर
आजकल कई घरों में जगह की कमी के कारण लोग सीढ़ियों के नीचे मंदिर बना लेते हैं। लेकिन इसे अशुभ माना जाता है। इससे घर-परिवार वालों की मानसिक शांति बिगड़ सकती है और सदस्यों के जीवन में रुकावट आ सकती है।
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मंदिर में न रखें खंडित प्रतिमा
मंदिर में कभी भी खंडित प्रतिमा नहीं रखना चाहिए। इसे शुभ नहीं माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
ज्यादा बड़ी भगवान की प्रतिमा न रखें
घर में अगर आप अपने आराध्य की प्रतिमा की पूजा करते हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रतिमा ज्यादा बड़ी नहीं होनी चाहिए। घर में छोटी-छोटी प्रतिमा ही रखें। इसके अलावा मंदिर में एक ही देवता की दो प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए।
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मंदिर में भगवान की प्रतिमा एक सीध में न रखें
घर की मंदिर में अगर आप भगवान की प्रतिमा रख रहे हैं तो एक सीध में किसी भी देवी-देवता की मूर्ति न रखें। आप जैसे लड्डू गोपाल को सबसे पहले बीच में स्थापित करें और उसके बाद आप भगवान गणेश,मां लक्ष्मी और भी अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा आगे और पीछे करके स्थापित करें। आप इसके लिए अपने पंडित जी से सलाह जरूर लें। मंदिर में देवी-देवताओं की प्रतिमा को आमने-सामने न रखें। इसे शुभ नहीं माना जाता है।
पूजा का सामान किस दिशा में रखें?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धूप, दीप, तेल और धार्मिक किताबों को मंदिर में पश्चिम दीवार की तरफ रखना चाहिए।
नोट - अगर आप मंदिर में भगवान की प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं तो आप अपने पंडित जी से सलाह जरूर लें।
Published By : Aarya Pandey
पब्लिश्ड 20 August 2025 at 16:07 IST