अपडेटेड 9 November 2024 at 09:12 IST
Gopashtami 2024: गोपाष्टमी आज, जरूर करें ये आरती; मिलेगा भगवान कृष्ण का आशीर्वाद
Gopashtami 2024 Aarti: आज गोपाष्टमी के दिन आपको श्रीकृष्ण की ये आरती जरूर पढ़नी चाहिए।
- धर्म और अध्यात्म
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Gopashtami 2024 Aarti: हिंदू धर्म में गोपाष्टमी पर्व (Gopashtami 2024) का बेहद खास महत्व है। यह त्योहार हर साल कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जो कि आज यानी शनिवार, 9 नवंबर को है। इस दिन भक्त श्रीकृष्ण और गौ माता की पूजा करते हैं।
कहते हैं कि इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से भक्तों को मनचाहा फल मिलता है। ऐसे में अगर आप भी मुरलीधर की कृपा और आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो आपको इस आज के दिन गौ माता की सेवा करने के साथ-साथ श्रीकृष्ण की आरती का पाठ जरूर करना चाहिए। तो चलिए यहां जानते हैं कृष्ण जी की आरती के बारे में।
श्री कृष्ण की आरती (Krishna Bhagwan Ki Aarti)
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला
श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला
गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली
लतन में ठाढ़े बनमाली, भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक
चंद्र सी झलक, ललित छवि श्यामा प्यारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की, आरती कुंजबिहारी की…॥
कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं
गगन सों सुमन रासि बरसै, बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग ग्वालिन संग
अतुल रति गोप कुमारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंजबिहारी की…॥
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जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा
स्मरण ते होत मोह भंगा, बसी शिव सीस।
जटा के बीच, हरै अघ कीच, चरन छवि श्री बनवारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंजबिहारी की…॥
चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू
हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटत भव फंद।
टेर सुन दीन दुखारी की
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंजबिहारी की…॥
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2.
हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी
हे प्रिया पति, मैं करू आरती तेरी,
तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाऊं,
सांझ सवेरे तेरे गुण गाऊं,
प्रेम में रंगी मैं रंगी भक्ति में तेरी,
हे गोपाल कृष्ण करू आरती तेरी,
हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी।
ये माटी का कण है तेरा,
मन और प्राण भी तेरे,
मैं एक गोपी, तुम हो कन्हैया,
तुम हो भगवान मेरे,
हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी,
हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी।
ओ कान्हा तेरा रूप अनुपम,
मन को हरता जाए,
मन ये चाहे हर पल आंखिया,
तेरा दर्शन पाये,
दर्शन तेरा, प्रेम तेरा, आस है मेरी,
हे गोपाल कृष्ण करू आरती तेरी,
हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 9 November 2024 at 09:12 IST