अपडेटेड 28 March 2025 at 08:04 IST

Chaitra Navratri 2025: नवरात्रि में की जाती है 9 देवियों की पूजा, जानिए किस दिन होगी किस माता की पूजा

Durga Maa Ke 9 Roop: नवरात्रि के मौके पर आपको नौ दिनों तक इन देवियों की पूजा करनी चाहिए।

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goddess durga
नवरात्रि 2025 | Image: Meta AI

Chaitra Navratri 2025: हिंदू धर्म में हर साल दो बार नवरात्रि मनाई जाती है। जिसके अनुसार साल की शुरुआत में चैत्र और साल के आखिर में शारदीय नवरात्रि मनाई जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा और व्रत किए जाने की परंपरा है।

माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान दुर्गा मां के सभी नौ स्वरूपों की पूजा और व्रत करने से साधक को मनचाहा फल मिलता है और उसकी हर दुख-परेशानी का नाश हो जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आपको नवरात्रि में किस दिन किस देवी की पूजा करनी चाहिए।

चैत्र नवरात्रि 2025 नौ देवियों की पूजा (Durga maa ke 9 roop)

शैलपुत्री (Shailputri)

नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री माता की पूजा की जाती है। इन्हें पर्वतों की पुत्री माना जाता है, जिनका स्वरूप सौम्य और शांत होता है। ये शक्ति, साहस और आत्मविश्वास की प्रतीक हैं।

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ब्राह्मचारिणी (Brahmacharini)

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्राह्मचारिणी की पूजा की जाती है। ब्राह्मचारिणी देवी ब्रह्मा की उपासिका हैं, जो तपस्विता और भक्ति के प्रतीक हैं। इनकी पूजा से मानसिक शांति और तप की शक्ति मिलती है।

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चंद्रघंटा (Chandraghanta)

नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। चंद्रघंटा देवी का रूप बेहद भव्य और शक्तिशाली है, जिनके सिर पर चंद्रमा का रूप है। ये शांति, समृद्धि और संतुलन की देवी हैं।

कुष्मांडा (Kushmanda)

नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। कुष्मांडा देवी सृष्टि की रचनाकार मानी जाती हैं, जिन्होंने इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति की। इनकी पूजा से सुख और शांति की प्राप्ति होती है।

स्कंदमाता (Skandamata)

नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता देवी का रूप अत्यंत शुभ और कल्याणकारी होता है। ये वीरता, शक्ति और मातृत्व की देवी हैं, जो हर संकट में सहायता करती हैं।

कात्यायनी (Katyayani)

नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। कात्यायनी देवी कात्यायन मुनि की पुत्री हैं, जिन्होंने राक्षसों का संहार किया था।

कालरात्रि (Kalaratri)

नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। कालरात्रि देवी का रूप अत्यंत भयंकर और अंधकार से जुड़ा हुआ है, जो सभी बुरी शक्तियों का नाश करती हैं।

महागौरी (Mahagauri)

नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। महागौरी देवी का रूप अत्यंत शुभ और सौम्य है, जो शांति और सुख का प्रतीक मानी जाती हैं।

सिद्धिदात्री (Siddhidatri)

नवरात्रि के नौवें और आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। सिद्धिदात्री देवी सभी सिद्धियों और ज्ञान की दाता हैं, जो अपने भक्तों को सफलता और समृद्धि प्रदान करती हैं।

चैत्र नवरात्रि 2025 की तारीख (Chaitra Navratri 2025 Date)

हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा। ऐसे में पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत रविवार, 30 मार्च 2025 से होगी और इसका समापन सोमवार, 07 अप्रैल 2025 को होगा। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 28 March 2025 at 08:04 IST