Published 08:08 IST, August 28th 2024
Budhwar Vrat: बुधवार का व्रत करने जा रहे हैं शुरू? नोट कर लें ये नियम, वरना मान्य नहीं होगा उपवास
Budhwar Vrat Ke Niyam: अगर आप बुधवार के दिन गणेशजी का व्रत करने जा रहे हैं तो आपको कुछ नियमों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए।
Budhwar Vrat Ke Niyam: हिंदू धर्म में भगवान गणेश को एक विशेष स्थान प्राप्त है। शास्त्रों में दुख हरता भगवान गणेश की पूजा किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को करने से पहले करना अनिवार्य माना गया है। कहते हैं बप्पा की श्रद्धापूर्वक पूजा की जाए तो वह अपने भक्त के सभी कष्टों का नाश करते हैं इसलिए उन्हें दुख हरता भी कहा जाता है।
माना जाता है कि अगर किसी भी काम की शुरुआत गणेश जी का नाम लेकर की जाए तो उस कार्य को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। वहीं, भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए भक्त बुधवार के दिन उनका व्रत और पूजा करते हैं। इस व्रत को करने से गणपति बप्पा भक्तों पर अपनी कृपा सदैव बनाए रखते हैं। हालांकि इस व्रत् को करने के कई नियम भी हैं। अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करते हैं तो बुधवार का व्रत असफल माना जाएगा। तो चलिए बिना किसी देरी के जान लेते हैं बुधवार के व्रत के नियमों के बारे में।
बुधवार व्रत करने के नियम (Ganeshji Vrat Niyam)
- भगवान गणेश का व्रत किसी भी महीने में पड़ने वाले शुक्ल पक्ष के बुधवार से शुरू करना सही रहेगा।
- व्रत शुरू करने के बाद आपको 7, 11, या फिर 21 बुधवार व्रत का संकल्प लेना पड़ता है। इतने ही बुधवार व्रत करने के बाद आप उद्यापन कर सकते हैं।
- इस व्रत का उद्यापन आपको विधि और नियमानुसार करना है। तभी आपका व्रत सफल माना जाएगा।
- बुधवार के व्रत में दही, हरी मूंग दाल का हलवा आदि का सेवन कर सकते हैं। ये काफी शुभ माना जाएगा।
- बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करते समय इस व्रत की कथा जरूर पढ़ें।
- पूजा के आखिर में गणपति बप्पा की आरती करना बिल्कुल न भूलें।
- इस दिन विशेष रूप से हरे रंग के वस्त्र जरूर पहनें। ये रंग बप्पा को अति प्रिय है।
- बुधवार के व्रत में नमक खाने से परहेज करें। इस दिन आप केवल एक वक्त का भोजन ही कर सकते हैं।
- बुधवार के दिन गणेश जी को घी और गुड़ का भोग जरूर लगाएं। इसके बाद इस भोग को गाय को खिलाएं।
- इस दिन जरूरतमंदों को जरूरत की चीजों का दान जरूर करें।
- अपशब्दों का इस्तेमाल करने से बचें।
- इस दिन मन के भीतर किसी भी व्यक्ति के प्रति गुस्सा-घृणा आदि का भाव न आने दें।
- बुधवार के व्रत में किसी से भी लड़ाई-झगड़ा आदि न करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 08:08 IST, August 28th 2024