अपडेटेड 4 May 2025 at 09:51 IST

Surya Dev Puja: पानी है सूर्य देव की कृपा तो रविवार को जरूर करें ये एक काम, बन जाएगी बिगड़ी किस्मत

Surya Dev Aarti: अगर आप भगवान सूर्य की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको उनकी इस एक आरती का पाठ जरूर करना चाहिए।

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Kharmas
सूर्य देव | Image: Debankanmukherjee Instagram

Surya Dev Aarti: हिंदू धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित किया गया है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। माना जाता है कि जो लोग रविवार के दिन व्रत कर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं उन्हें सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है और भक्तों के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं।

ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि सूर्य देव का आशीर्वाद सदैव आप और आपके परिवार पर बना रहे तो आपको रविवार के दिन पूजा करते समय उनकी इस आरती का पाठ जरूर करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और सुख-समृद्धि बनी रहेगी। तो आइए जानते हैं सूर्य देव की इस आरती के बारे में।

भगवान सूर्य देव की आरती (Surya Dev Ki Aarti)

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।
जगत के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।
धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।।

सारथी अरुण हैं प्रभु तुम, श्वेत कमल-विहारी,
तुम चार भुजाधारी।
अश्व हैं सात तुम्हारे, कोटि किरण पसारे,
तुम हो देव महान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

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ऊषा काल में जब तुम, उदयाचल से आते,
सब तब दर्शन पाते।
फैलाते उजियारा, जागे जग सारा,
करे सब जन गुणगान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

संध्या में भुवनेश्वर, अस्ताचल को जाते,
गोधन तब घर आते।
गोधूलि की बेला में, हर घर हर आंगन में,
गूंजे तव गुणगान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

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देव-दनुज नर-नारी, ऋषि-मुनि सब भजते,
‘आदित्य-हृदय’ जपते।
स्तोत्र यह मंगलकारी, इसकी रचना न्यारी,
दे नव जीवनदान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

तुम हो त्रिकाल रचयिता, तुम जग के आधार,
महिमा तुम्हारी अपार।
प्राणों का सिंचन कर, भक्तों को देते वर –
बल, बुद्धि और ज्ञान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

भूचर, जलचर, खेचर, सबके हो प्राण तुम्हीं,
सर्व जीवों के प्राण तुम्हीं।
वेद-पुराण बखाने, धर्म सभी मानें,
तुम ही सर्वशक्तिमान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

पूजन करें दिशाएं, पूजें दश दिक्पाल,
तुम हो भुवनों के प्रतिपाल।
ऋतुएं तुम्हारी दासी, तुम शाश्वत अविनाशी,
शुभकारी अंशुमान।
ॐ जय सूर्य भगवान।।

ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।
जगत के नेत्रस्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।
धरत सब ही तव ध्यान, ॐ जय सूर्य भगवान।।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 4 May 2025 at 09:51 IST