अपडेटेड 24 January 2024 at 13:11 IST

Ayodhya Ram Mandir: पहले पीतांबर फिर लाल...सोमवार से रविवार तक, किस दिन रामलला पहनेंगे कौन सी पोशाक?

प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है। निगाहें श्री भगवान की मोहनी सूरत पर टिक गई हैं तो उनकी पोशाक की चमक से भी नजर नहीं

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ramlala dress
रामलला की पोशाक | Image: sri ramjanmbhoom trust kshetra/x

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव जारी है। लोग भावविभोर हैं और दर्शनार्थ अयोध्या धाम  राम आ रहे हैं लोग यह गुनगुनाते हए भाव विभोर हो रहे हैं। देश राममय हो चुका है। चर्चा में रामलला का  श्रृंगार और उनकी रंग बिरंगी शानदार पोशाक है।  

पहले दिन पीतांबर, दूसरे दिन लाल और तीसरे दिन श्री भगवान ने हरे रंग की पोशाक पहनी। यानि प्रत्येक दिन के हिसाब से पोशाक का रंग बदल रहा है। प्रभु को दिन के हिसाब से उस रंग के वस्त्र धारण करवाए जाते हैं। प्रभु राम को कब कौन से रंग का वस्त्र पहनाया जाता है।

पहले दिन पीली पोशाक

5 वर्ष के बालक रूप में प्रतिमा को गढ़ा गया है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन उन्हें पीतांबर पहनाया गया। स्वर्ण आभूषणों से सजे धजे भगवान के अधरों पर खिली मंद मुस्कान जिसने भी देखी वो देखता रह गया।

भव्य प्राण प्रतिष्ठा के दिन पहना पीतांबर

दूसरे दिन मंगलवार को पहना लाल

डे 2, लाल रंग की पोशाक

कौशल्या के लाल ने मंगलवार को लाल रंग की पोशाक धारण की। स्वर्ण आभूषण वैसे ही जैसे पहले दिन थे। गले में हार गेंदे और लाल गुलाब शोभा पा रहा था।

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बुधवार को हरे वस्त्र

बुधवार को हरे रंग में दर्शन दे रहे श्री भगवान

बुधवार को श्रृंगार के बाद की तस्वीरें श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने साझा की। तीन तस्वीरें जो भव्य-दिव्य और नव्य है। बुधवार का दिन है तो पोशाक भी हरा। सप्ताह के दिन के अनुसार वह उससे संबंधित रंग के वस्त्र को धारण करते हैं।

  • सोमवार- सफेद रंग की पोशाक।
  • मंगलवार- लाल रंग की पोशाक।
  • बुधवार- हल्का हरे रंग की पोशाक।
  • गुरुवार- पीले रंग की पोशाक।
  • शुक्रवार- क्रीम कलर वाले रंग की पोशाक।
  • शनिवार- नीले रंग की पोशाक।
  • रविवार- गुलाबी रंक की पोशाक।

फूलों के हार भी विशेष देखा क्या?

फूल-माला से भगवान राम का श्रृंगार किया जा रहा है। पहले दिन गुलाब और गुलदाउदी  के फूलों से भरी पूरी माला गले में पहनाई गई तो अगले दिन गुलाब और गेंदे की माला तीसरे दिन गुलाब, गेंदे के हार संग दूर्वा और हरी पत्तियों को पिरोया गया है। 

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 24 January 2024 at 12:58 IST