अपडेटेड 16 May 2025 at 14:06 IST

Apara Ekadashi 2025: 22 या 23 मई, कब है अपरा एकादशी? नोट करें सही डेट, मुहूर्त और पूजा विधि

Apara Ekadashi 2025 Date: आइए जानते हैं कि ज्येष्ट माह की पहली एकादशी तिथि किस दिन पड़ रही है।

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Ekadashi
कब है अपरा एकादशी? | Image: Freepik

Apara Ekadashi 2025 Date And Muhurat: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बेहद खास महत्व है। साल में 24 और महीने में 2 एकादशी तिथि पड़ती है। इस तिथि के दिन भगवान विष्णु समेत मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। माना जाता है कि एकादशी तिथि पर पूजा और व्रत करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

ऐसे में सभी जानना चाहते हैं कि ज्येष्ठ माह की पहली एकादशी तिथि यानी अपरा एकादशी किस दिन पड़ रही है। इस तिथि को लेकर 22 और 23 मई में काफी कंफ्यूजन है। ऐसे में आइए हम आपकी ये कंफ्यूजन दूर कर देते हैं। चलिए जानते हैं कि ज्येष्ट माह की पहली एकादशी तिथि किस तारीख को पड़ रही है।

अपरा एकादशी 2025 डेट (Apara Ekadashi 2025 Date)

ज्येष्ट माह की पहली एकादशी तिथि यानी अपरा एकादशी की शुरुआ 22 मई को रात 1 बजकर 13 मिनट पर होगी जिसका समापन अगले दिन 23 मई को रात 11 बजकर 30 मिनट पर होगा। ऐसे में अपरा एकादशी का व्रत 23 मई को किया जाएगा।

अपरा एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त (Apara Ekadashi Shubh Muhurat)

23 मई को अपरा एकादशी के दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 26 मिनट से सुबह 10 बजकर 35 मिनट तक का समय शुभ होगा। आप इस मुहूर्त में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं। 

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अपरा एकादशी  पारण का समय (Apara Ekadashi  2025 Vrat Paran Time)

अपरा एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि यानी कि 24 मई को किया जाएगा। इस दिन व्रत पारण के लिए सुबह 05 बजकर 26 मिनट से लेकर शाम 08 बजकर 11 मिनट तक का समय अति उत्तम रहेगा।

अपरा एकादशी पूजा विधि (Apara Ekadashi Puja Vidhi)

एकादशी व्रत से एक दिन पहले पूजा के स्थान को गंगाजल छिड़ककर उसे शुद्ध किया जाता है।

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इसके बाद उस जगह पर सप्त अनाज रखा जाता है। अब एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें।

अब पूजा स्थल पर सप्त अनाज के ऊपर तांबे या मिट्‌टी का कलश स्थापित करें।

इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर लगाएं।

अब भगवान विष्णु को धूप, दीप, चंदन, फल-फूल और तुलसी आदि अर्पित करें।

पूजा के बाद अपरा एकादशी की कथा का पाठ करें और भगवान विष्णु को किसी मिष्ठान का भोग लगाएं।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 16 May 2025 at 14:06 IST