अपडेटेड 12 May 2025 at 18:10 IST

ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्यों हुआ सीजफायर या कुछ और? PM मोदी अपने संबोधन में क्या करेंगे खुलासा; BJP नेता ने बताया

भारत की आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई ने हालात को इस स्तर पर पहुंचा दिया था कि दोनों देशों के बीच संघर्ष की स्थिति बन सकती थी, लेकिन सीजफायर के बाद फिलहाल संघर्ष पर विराम लगा है।

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PM Modi: आज क्या बड़ा होने वाला है? 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद PM मोदी रात 8 बजे देश को करेंगे संबोधित... देश की बढ़ी धड़कनें | Image: ANI

पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान में आतंकी कैंपों में तबाही मचा दी। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। दोनों देशों में बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी का यह संबोधन 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पहला सार्वजनिक संबोधन होगा। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ तनाव बढ़ने के बाद से पीएम मोदी लगातार सक्रिय रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद, वह सेना प्रमुखों, सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ), और एनएसए (नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर) के साथ कई बैठकें कर रहे थे, ताकि ऑपरेशन की समीक्षा की जा सके और समग्र स्थिति पर गहरी नजर रखी जा सके।

चार दिनों के तनाव के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को सीजफायर की घोषणा की गई, जिससे सीमा पर तनाव में कुछ कमी आई है। भारत की आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई ने हालात को इस स्तर पर पहुंचा दिया था कि दोनों देशों के बीच संघर्ष की स्थिति बन सकती थी, लेकिन सीजफायर के बाद फिलहाल संघर्ष पर विराम लगा है। हालांकि, यह संघर्ष विराम कितना लंबा चलेगा, यह पाकिस्तान की सेना की गतिविधियों और डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स) स्तर की बातचीत पर निर्भर करेगा। पीएम मोदी का आज रात का संबोधन इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बाद देशवासियों के लिए एक दिशा-निर्देश हो सकता है और स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक संदेश दे सकता है।

BJP नेता ने बताया किन बातों पर बोल सकते हैं पीएम मोदी!

बीजेपी नेता आरपी सिंह ने बताया कि आज रात 08 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किन बातों पर देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर के बाद की परिस्थिति के बारे में देश के सामने जानकारी रखेंगे। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना की जीत हुई है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और आतंकियों को जवाब दिया है। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, अभी विराम है, पर संघर्ष खत्म नहीं हुआ। सेना ने अपना पक्ष रख दिया है ऑपरेशन सिंदूर की विजयगाथा को सभी सबूतों के साथ दिया है। पाकिस्तान की आर्मी व्हाट्सएप की दुनिया पर चलती है, हमारी सेना ने तथ्य पेश किए  हैं। भारत का एयर डिपेंस सिस्टम अभेद्य है। पाकिस्तानी सेना और आतंकी एक ही हैं। जिहादी पाकिस्तानी सेना का हिस्सा है। पाकिस्तान ने अपनी तरफ से हमले की पूरी कोशिश की लेकिन वे असफल रहे।

'ऑपरेशन सिंदूर' की पृष्ठभूमि

22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई। इस हमले से देशभर में भारी आक्रोश फैल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर वापसी की और आतंकी हमले का कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी। पीएम मोदी ने एक्स (Twitter) पर लिखा: 'दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।'

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ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत और लक्ष्य

6 मई की रात को भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेना और आतंकी ठिकानों को नष्ट करना। पाकिस्तान व पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया। 100+ आतंकवादी मारे गए इनमें कई हाई वैल्यू टारगेट शामिल थे। सटीक हथियारों से हमले, जिनमें पसरूर और सियालकोट की रडार साइट्स को नष्ट किया गया। 35-40 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि डीजीएमओ ने की।

हम अगले मिशन के लिए तैयार- DGMO

सीजफायर के बाद भारतीय सेना ने 3 सेनाओं के डीजीएमओ (डीरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स) के साथ ऑपरेशन सिंदूर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीनों सेनाओं ने स्पष्ट किया कि भले ही सीजफायर की घोषणा की गई हो, लेकिन भारतीय सेना अगले मिशन के लिए पूरी तरह तैयार है। डीजीएमओ ने कहा कि रविवार को भी बैठक हुई थी, और हालांकि सीजफायर की घोषणा की गई, तनाव कम नहीं हुआ है। सेना ने यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ उसका ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा। भारतीय सेना को यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन हुआ, तो भारतीय सेना को जवाबी कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि 7 से 10 मई के बीच भारत ने प्रभावी जवाबी कार्रवाई की, और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर वह संघर्ष विराम का पालन नहीं करता, तो उसके अस्तित्व के लिए खतरा पैदा हो सकता था। उन्होंने बताया कि तीन दिनों में घटनाक्रम तेजी से बदला और 10 मई तक जारी संघर्ष थम गया।
 

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 12 May 2025 at 16:56 IST