अपडेटेड 24 June 2025 at 13:46 IST
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार, 24 जून को राजधानी दिल्ली में भारत के दो महानतम आध्यात्मिक और नैतिक नेताओं नारायण गुरु और महात्मा गांधी के बीच ऐतिहासिक बातचीत के शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने भारत की रक्षा क्षमताओं और आत्मनिर्भरता पर भी चर्चा। इस दौरान उन्होंने भारत की सैन्य शक्ति और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी बड़ी बात कही।
शताब्दी समारोह के उद्घाटन पर पीएम मोदी ने कहा, आज ये परिसर देश के इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना को याद करने का साक्षी बन रहा है। एक ऐसी ऐतिहासिक घटना, जिसने न सिर्फ हमारे स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी, बल्कि स्वतंत्रता के उद्देश्य को नए मायने दिए। 100 साल पहले श्री नारायण गुरु और महात्मा गांधी की वो मुलाकात आज भी उतनी की प्रेरक है, उतनी ही प्रासंगिक है। वो मुलाकात, सामाजिक समरसता के लिए, विकसित भारत के सामूहिक लक्ष्यों के लिए आज भी ऊर्जा के स्रोत की तरह है।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए भारत की सैन्य शक्ति पर भी बात की। प्रधानमंत्री ने कहा, दुनिया ने हाल ही में ये भी देखा है कि भारत का सामर्थ्य क्या है। ऑपरेशन सिन्दूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर नीति को दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है। हमने दिखा दिया है कि भारतीयों का खून बहाने वालों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं है। आज का भारत, देशहित में जो भी सही है, जो भी हो सकता है, उसके हिसाब से कदम उठाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में भारत में बने हथियार न केवल देश की सुरक्षा को मजबूत करेंगे, बल्कि दुनियाभर में उनकी मांग भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य सिर्फ आत्मनिर्भर भारत नहीं, बल्कि वैश्विक रक्षा बाजार में भारत की मजबूत पहचान बनाना है। भारत तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर आगे बढ़ रहा है।
पब्लिश्ड 24 June 2025 at 13:46 IST