अपडेटेड 23 February 2025 at 17:27 IST
मोदी ने महाकुंभ को एकता से जोड़ा और भारत की धार्मिक परंपराओं का मजाक उड़ाने वालों की निंदा की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का विरोध करने वालों की रविवार को आलोचना की और प्रयागराज में जारी महाकुंभ को 'एकता का महाकुंभ' करार दिया।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का विरोध करने वालों की रविवार को आलोचना की और प्रयागराज में जारी महाकुंभ को 'एकता का महाकुंभ' करार दिया। प्रधानमंत्री मध्यप्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान केंद्र और कैंसर अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ एक दुर्लभ खगोलीय संयोग के चलते 144 साल बाद हो रहा है।
मोदी ने कहा, नेताओं का एक वर्ग, धर्म का मखौल उड़ाता है, उपहास उड़ाता है। लोगों को तोड़ने में जुटा है और बहुत बार विदेशी ताकतें भी इन लोगों का साथ देकर देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती दिखती हैं।” उन्होंने कहा, “हिन्दू आस्था से नफरत करने वाले ये लोग सदियों से किसी न किसी वेश में रहते रहे हैं। गुलामी की मानसिकता से घिरे ये लोग हमारे मठ, मंदिरों पर हमारे संत, संस्कृति व सिद्धांतों पर हमला करते रहते हैं।”
विरोधी सनातन की परंपरा को गाली देते हैं-PM मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, “ये लोग हमारे पर्व, परम्पराओं और प्रथाओं को गाली देते हैं। जो धर्म, जो संस्कृति स्वभाव से ही प्रगतिशील है, उस पर कीचड़ उछालने की ये हिम्मत दिखाते हैं। हमारे समाज को बांटना, उसकी एकता को तोड़ना ही इनका एजेंडा हैं।’’ महाकुंभ को सफल आयोजन बनाने में 'स्वच्छता कर्मियों' और पुलिस कर्मियों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए, मोदी ने कहा कि इस 'एकता के महाकुंभ' में हजारों डॉक्टर और स्वयंसेवक स्वेच्छा से समर्पण और सेवा की भावना से लगे हुए हैं।
ये एकता का महाकुंभ है-PM मोदी
उन्होंने कहा कि जो लोग एकता के इस महाकुंभ में जा रहे हैं, वे इन प्रयासों की सराहना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने मेले में नेत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा लोगों को प्रदान की गई सेवाओं की भी सराहना की। कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने में अपनी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में इस बीमारी से लड़ने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं और यह निर्णय लिया गया है कि कैंसर की दवाएं सस्ती की जाएंगी। उन्होंने कहा कि अगले तीन साल में देश के हर जिले में कैंसर ‘डे केयर सेंटर’ खोले जाएंगे।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 23 February 2025 at 17:27 IST