अपडेटेड 4 July 2025 at 07:39 IST
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मैं कुछ समय पहले ही इस खूबसूरत भूमि पर आया हूं, जहां पक्षियों की चहचहाहट गूंजती रहती है। और मेरा पहला संवाद यहां के भारतीय समुदाय से हुआ। यह बिलकुल स्वाभाविक लगता है, क्योंकि हम एक ही परिवार का हिस्सा हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, उसने सबसे मजबूत आत्माओं को भी तोड़ दिया होगा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आपके पूर्वजों ने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने समस्याओं का डटकर सामना किया। उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया, लेकिन अपने दिल में रामायण को ले गए। उन्होंने अपनी मिट्टी छोड़ी, लेकिन नमक नहीं। वे केवल प्रवासी नहीं थे; वे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक थे। उनके योगदान ने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से लाभान्वित किया है।
त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, वो समय अब दूर नहीं है कि जब कोई भारतीय चंद्रमा पर पहुंचेगा और भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा। हम अब तारों को सिर्फ गिनते नहीं हैं, आदित्य मिशन के रूप में उनके पास जाने का प्रयास करते हैं। हमारे लिए अब चंदा मामा दूर के नहीं है। हम अपनी मेहनत से असंभव को भी संभव बना रहे हैं।भारत ने दिखाया है, गरीबों को सशक्त करके गरीबी को हराया जा सकता है। "
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आप सभी जानते हैं कि इस वर्ष की शुरुआत में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ हुआ था। मुझे महाकुंभ का जल अपने साथ ले जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैं कमला जी से अनुरोध करता हूं कि वे सरयू नदी और महाकुंभ का पवित्र जल यहां गंगा धारा में अर्पित करें।
पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया पर बात करते हुए कहा कि मैं त्रिनिदाद और टोबैगो को बधाई देता हूं कि वह इस क्षेत्र में UPI अपनाने वाला पहला देश है। अब, पैसे भेजना गुड मॉर्निंग टेक्स्ट मैसेज भेजने जितना आसान हो जाएगा। मैं वादा करता हूं कि यह वेस्टइंडीज की गेंदबाजी से भी तेज होगा।
पब्लिश्ड 4 July 2025 at 07:06 IST