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अपडेटेड 4 July 2025 at 00:19 IST

PM Modi की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा, भारत से 180 साल पुराना रिश्ता, भारतीय मूल के राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री, दिवाली पर रहती है छुट्टी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की त्रिनिदाद और टोबैगो की आधिकारिक यात्रा पर हैं। ये यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाएगी और भारतीय प्रवासियों की 180 साल पुरानी विरासत का उत्सव भी मनाएगी।

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PM Modi emplanes for Trinidad and Tobago, completes visit to Ghana
PM Modi की त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा | Image: ANI

PM Modi Trinidad and Tobago Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना के बाद गुरुवार को अपनी 5 देशों की यात्रा के दूसरे चरण में कैरेबियाई देश त्रिनिदाद एवं टोबैगो की आधिकारिक यात्रा पर हैं। यह एक ऐसा देश है, जहां करीब 40% आबादी भारतीय मूल की है। त्रिनिदाद और टोबैगो कैरिबियन सागर में स्थित एक द्वीपीय देश है, जो दक्षिण अमेरिका के तट के पास वेनेजुएला के उत्तर-पूर्व में है। यह दो मुख्य द्वीपों, त्रिनिदाद और टोबैगो, और कई छोटे द्वीपों से मिलकर बना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3-4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो की ऐतिहासिक यात्रा पर हैं। यह 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस कैरेबियाई देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना है। PM मोदी, त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा होगी।

1845 में पहली बार पहुंचे भारतीय

त्रिनिदाद और टोबैगो 1962 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्र होने के बाद 1976 में गणतंत्र बना। इस देश को भारतीयों ने अपने खून पसीने से सींचा है। यहां 35-40% आबादी भारतीय मूल की है, जो 1845-1917 के बीच गन्ने के खेतों में काम करने के लिए गिरमिटिया मजदूरों के रूप में आए थे। 1845 में पहली बार भारतीय मजदूर 'फतेह-अल-रजाक' जहाज से इस देश की धरती पक पहुंचे थे। आज उनके वंशज देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यहां होली और दिवाली को राष्ट्रीय अवकाश रहता है। भोजपुरी और हिंदी शब्द स्थानीय भाषा में सुनने को मिलते हैं।

180 साल पुराना गहरा रिश्ता

भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच 180 साल पुराना गहरा रिश्ता है, जो सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक आधार पर टिका है। त्रिनिदाद और टोबैगो के राष्ट्रपति (क्रिस्टीन कार्ला कंगालू), प्रधानमंत्री (कमला प्रसाद-बिसेसर) और लोकसभा स्पीकर (जगदेव सिंह) भारतीय मूल के हैं। कमला प्रसाद-बिसेसर 2010 में दुनिया की पहली भारतीय मूल की महिला प्रधानमंत्री बनीं थी। प्रधानमंत्री मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे, जो दोनों देशों के बीच मजबूत लोकतांत्रिक परंपराओं का प्रतीक है। वह पोर्ट ऑफ स्पेन में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों से मिलेंगे और संवाद करेंगे। 

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पब्लिश्ड 4 July 2025 at 00:19 IST