पब्लिश्ड 16:03 IST, February 5th 2025
PM Modi ने किया Mahakumbh में पूजा और संगम स्नान, प्रधानमंत्री ने क्यों चुना आज का ही दिन?
पंचांग के अनुसार इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखा जाता है और इसे भीष्म तर्पण दिवस भी कहा जाता है।

Why PM Modi Choose 5th February for Mahaumbh Snan: प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है। ये पूरे विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पूरी दुनिया में महाकुंभ की चर्चा जोरों पर चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज में हो रहे पवित्र महाकुंभ में स्नान किया। प्रयागराज में आयोजित पवित्र महाकुंभ का स्नान कई मायनों में बहुत खास माना जाता है। वहीं पंचांगों और खगोलीय गणना के मुताबिक मानें तो इस बार महाकुंभ का स्नान का महत्व कई गुना बढ़ जाता है क्योंकि इस बार 144 साल बाद महाकुंभ का ये विशेष संयोग बना है। तो आइए अब आपको बताते हैं कि आखिर पीएम मोदी ने स्नान के लिए आज का दिन ही क्यों चुना?
धार्मिक दृष्टि से 5 फरवरी 2025 का दिन बेहद खास है। इस दिन भीष्म अष्टमी का पर्व है। इसी वजह से पीएम मोदी ने भीष्म अष्टमी का दिन गंगा मैया क स्नान और पूजा के लिए चुना है। पंचांग के अनुसार इस दिन का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखा जाता है और इसे भीष्म तर्पण दिवस भी कहा जाता है। भीष्म पितामह गंगा मां के पुत्र हैं और ये पर्व उन्हें ही समर्पित है। यही वो दिन है जब गंगा पूजा और पितरों के तर्पण के लिए ये दिन उत्तम माना गया है। इस दिन विधि विधान पूर्वक पूजा करने के लिए भगवान विष्णु और भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा बरसती है।
शनि का मंगल में गोचर है आज
शनि सभी नवग्रहों में विशेष स्थान रखते हैं। इसके अलावा शनि सभी नवग्रहों में विशेष स्थान रखते हैं। वो कर्मफलों के दाता होने के साथ-साथ न्याय के भी कारक हैं। इसी वजह से शनि को कलियुग का दंडाधिकारी के रूप में भी जाना जाता है। पंचांगों के मुताबिक 5 फरवरी 2025 के दिन मकर राशि मंगल में गोचर कर हो रहा है। यहां सबसे विशेष बात ये है कि पीएम मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है। वृश्चिक लग्न का स्वामी मंगल होता है। पीएम मोदी की जन्मतिथि 17 सितंबर है अंक ज्योतिष के मुताबिक पीएम मोदी का मूलांक 8 बनता है, जिसका स्वामी शनि है। ऐसे गृह नक्षत्रों के दौरान शुभ और मंगल कार्यों के लिए 5 फरवरी का दिन सबसे शुभ है।
मेष राशि के अंतर्गत आने वाले भरणी नक्षत्र में स्नान शुभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस समय महाकुंभ में पवित्र गंगा नदी में स्नान और पूजन किया उस समय भरणी नक्षत्र चल रहा था। यह नक्षत्र मेष राशि के अंतर्गत आता है और नक्षत्र मंडल में ये दूसरे स्थान पर है। भरणी नक्षत्र का संबंध मृत्यु के भगवान यमराज से है। इस नक्षत्र में पूजा-पाठ करने से करने से मंगल और शुक्र ग्रह की शुभता में बढ़ोतरी होती है। इसकी गिनती एक शक्तिशाली नक्षत्र में होती है।
अपडेटेड 16:03 IST, February 5th 2025