अपडेटेड 4 February 2025 at 21:32 IST

बुधवार को PM Modi महाकुंभ संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी, मां गंगा की करेंगे पूजा

PMO ने मंगलवार को बयान जानकारी कर कहा कि पीएम मोदी बुधवार को महाकुंभ जाएंगे। PM संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे और मां गंगा की पूजा भी करेंगे।

PM Narendra Modi visit Maha Kumbh Mela in Prayagraj holy dip at Sangam
PM Modi महाकुंभ संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी | Image: ANI (फाइल फोटो)

Maha Kumbh Mela 2025: 13 जनवरी से शुरू हुए प्रयागराज महाकुंभ में अब तक करीब 38 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। आम श्रद्धालुओं और अखाड़ों के साथ-साथ देश भर के कई बड़े नेता भी संगम स्नान कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बुधवार को प्रयागराज में महाकुंभ मेला का दौरा करेंगे और सुबह करीब 11 बजे संगम में डुबकी लगाकर मां गंगा की पूजा करेंगे।

महाकुंभ 2025, पौष पूर्णिमा के दिन 13 जनवरी को शुरू हुआ और यह 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा। देश-विदेश से हर रोज लाखों श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार की कैबिनेट समेत नरेंद्र मोदी सरकार के कई मंत्री अभी तक महाकुंभ में गंगा स्नान कर चुके हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने मंगलवार को बयान जानकारी कर कहा कि पीएम मोदी भी बुधवार को महाकुंभ जाएंगे।

'महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत'

PMO ने कहा कि महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो दुनिया भर के भक्तों को आकर्षित करता है। भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने तीर्थ स्थलों पर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार सक्रिय कदम उठाए हैं।

बयान में कहा गया है कि इससे पहले, 13 दिसंबर, 2024 को प्रयागराज की अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री ने आम जनता के लिए संपर्क, सुविधाओं और सेवाओं में सुधार के लिए 5,500 करोड़ रुपये की 167 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।

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भूटान नरेश ने संगम में लगाई डुबकी

मंगलवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने महाकुंभ में त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने डुबकी लगाने से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। वांगचुक के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी स्वतंत्र देव सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी और संतोष दास ‘सतुआ बाबा’ ने भी संगम में डुबकी लगाई।

संगम में डुबकी लगाने के बाद भूटान नरेश अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन के लिए गए। इसके बाद वांगचुक और मुख्यमंत्री डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र पहुंचे जहां उन्होंने महाकुंभ के डिजिटल स्वरूप का भी अवलोकन किया। भूटान नरेश का यह दौरा भारत-भूटान मित्रता और सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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इससे पहले भूटान नरेश और महारानी मार्च 2024 और दिसंबर 2024 में दिल्ली की यात्रा पर आए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे पहले नेता हैं, जिन्हें भूटान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 4 February 2025 at 21:32 IST