अपडेटेड 29 August 2025 at 17:09 IST
भारत-जापान की साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए जरूरी- PM मोदी
PM मोदी ने अपने दो दिवसीय जापान दौरे पर संबोधन में कहा कि भारत-जापान की साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए जरूरी है।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर जापान पहुंचे। जापान में पीएम मोदी 15वें शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल के स्तर की वार्ता भी हुई। वहीं पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। बता दें, ट्रंप के टैरिफ के बीच पीएम मोदी का ये दौरा बेहद खास माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए हार्दिक आभार। विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और जीवंत लोकतंत्र के रूप में हमारी साझेदारी वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। हमने अपनी ग्लोबल पार्टनरशिप में सुनहरे अध्याय की मजबूत नींव रखी है। हमारे विजन के केंद्र में इनवेस्टमेंट इनोवेशन, पर्यावरण, स्वास्थ्य, मोबीलिटी जैसी प्रमुख बातें हैं।
भारत में 10 ट्रिलियन निवेश करेगा जापान
उन्होंने आगे कहा कि हमने अगले 10 साल में जापान से भारत में 10 ट्रिलियन येन निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया है। भारत और जापान के स्मॉल और मीडिया स्टार्टअफ को छोड़ने में विशेष बल दिया जाएगा। मैंने जापानी कंपनियों को कहा कि मेकिंग इंडिया, मेक फॉर दा वर्ल्ड।
चंद्रयान-5 मिशन पर साथ काम करेंगे भारत-जापान
पीएम मोदी ने जानकारी दी है कि भारत-जापान बैट्री चेन सप्लाई पार्टनरशिप भी शुरू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल पार्टनरशिप 2.O और AI कॉर्पोरेशन लिया जा रहा है। हम मानते हैं कि जापानी टेक्नोलॉजी और भारतीय टैलेंट विनिंग कॉम्बिनेशन है। चंद्रयान-5 मिशन में सहयोग के लिए ISRO और JAXA में सहमती बनी है। हमारी सक्रिय भागीदारी पृथ्वी की सामाओं को पार कर अंतरिक्ष में भी मानवता की प्रगति का प्रतीक बनेगी।
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50 हजार भारतीय जापान की अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे- PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ह्यूमन रिसोर्स एक्सचेंज एक्शन प्लान के तहत अगले पांच साल में दोनों तरफ से पांच लाख लोगों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसमें भारत के 50 हजार स्किल्ड भारतीय जापान की अर्थव्यवस्था में सक्रिय योगदान देंगे। भारत और जापान की भागीदारी दिल्ली और टोक्यो तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि संस्थागत सहयोग के माध्यम से जुड़ाव और गहरा होगा। आतंकवाद और साइबर सिक्योरिटी को लेकर हमारी चिंताएं समान हैं।
उन्होंने कहा कि हमने निर्णय किया है, डिफेंस उद्योग और इनोवेशन के क्षेत्र में आपकी सहयोग और सशक्त किया जाएगा। आपको (जापान पीएम को) अगली वार्षिक समिट के लिए भारत यात्रा का आमंत्रण देता हूं।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 29 August 2025 at 17:07 IST