अपडेटेड 21 November 2025 at 09:35 IST

G20 Summit: PM मोदी G20 समिट के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना, 3 दिन के दौरे में क्या-क्या होगा खास? यहां जानिए सबकुछ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ्रीका में पहली बार आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुक्रवार (21 नवंबर) को तीन दिवसीय यात्रा पर दक्षिण अफ्रीका रवाना हो गए।

PM Modi emplanes for South Africa to attend the 20th G20 Leaders Summit
G20 Summit: PM मोदी G20 समिट के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना, 3 दिन के दौरे में क्या-क्या होगा खास? यहां जानिए सबकुछ | Image: ANI

G20 Leaders Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अफ्रीका में पहली बार आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुक्रवार (21 नवंबर) को तीन दिवसीय यात्रा पर दक्षिण अफ्रीका रवाना हो गए। इस समिट में कई ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस 20वें G20 लीडर्स समिट के दौरान वो दुनिया के कई बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे।

पीएम मोदी ने यात्रा के लिए रवाना होने से पहले एक बयान में कहा, "मैं शिखर सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करूंगा, जो हमारे 'वसुधैव कुटुम्बकम' और 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के आदर्शों के अनुरूप है।" आपको बता दें कि यह 'ग्लोबल साउथ' में आयोजित होने वाला लगातार चौथा जी-20 शिखर सम्मेलन होगा। 'ग्लोबल साउथ' शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी जी-20 एजेंडे पर भारत का दृष्टिकोण पेश करेंगे।

PM मोदी का साउथ अफ्रीका का चौथा ऑफिशियल दौरा

यह PM मोदी का साउथ अफ्रीका का चौथा ऑफिशियल दौरा होगा, इससे पहले 2016 में उनका बाइलेटरल दौरा और 2018 और 2023 में BRICS समिट में उनकी मौजूदगी थी। विदेश मंत्रालय के सेक्रेटरी (ER) सुधाकर दलेला के मुताबिक, G20 एक ज़रूरी फोरम है, जिसमें पिछले सेशन में हुए अनगिनत एग्रीमेंट, आम सहमति की घोषणा, पायलट प्रोजेक्ट और ग्लोबल साउथ पर असर डालने वाले कई थीम पर नई पहल शामिल हैं।

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तीन सत्रों को संबोधित कर सकते हैं पीएम मोदी

जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम में पीएम मोदी में तीन सत्रों को संबोधित कर सकते हैं, जिनमें पहला सत्र समावेशी और सतत आर्थिक विकास, जिसमें कोई वंचित न रहे। वहीं, दूसरा सत्र एक गतिशील विश्व- जी20 का योगदान है, जिसका उद्देश्य आपदा जोखिम में कमी, जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर प्रकाश डालना है। तीसरे सत्र का विषय सभी के लिए निष्पक्ष और न्यायोचित भविष्य है। इन तीनों सत्रों को पीएम मोदी संबोधित कर सकते हैं।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 21 November 2025 at 09:35 IST