अपडेटेड 31 August 2025 at 11:18 IST
सीमा पर शांति का माहौल, कैलाश मानसरोवर यात्रा पर चर्चा... चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक में PM मोदी ने क्या-क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सीमा पर शांति, कैलाश मानसरोवर यात्रा समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सीमा पर शांति, कैलाश मानसरोवर यात्रा समेत कई मुद्दों पर चर्चा की।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% का भारी शुल्क लगाए जाने के कुछ दिनों बाद ही तियानजिन पहुंचे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि SCO की बैठक में डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी टैरिफ का मुद्दा उठाया जा सकता है।
'दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी बहाल हो रही हैं'
बैठक में पीएम मोदी ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को धन्यवाद अदा किया। उन्होंने कहा, “पिछले साल कजान में हमारी बहुत ही उपयोगी चर्चा हुई, जिससे हमारे संबंधों को सकारात्मक दिशा मिली। सीमा पर सैनिकों की वापसी के बाद शांति और स्थिरता का माहौल बना है। सीमा प्रबंधन को लेकर हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच समझौता हो गया है। कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हो गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी बहाल हो रही हैं।”
SCO समिट में भारत की मौजूदगी क्यों खास?
SCO समिट 31 अगस्त से शुरू होकर 1 सितंबर तक चलेगा। इसमें 20 देशों के प्रमुख अपनी मौजूदगी दर्ज करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई देशों पर 'टैरिफ बम' फोड़ने के बाद भारत के लिए यह SCO समिट कई मायनों में बेहद खास हो गया है। ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जिसके बाद कुल शुल्क 50 फीसदी हो गया है। वहीं चीन पर 200 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात कही है। ऐसे में उम्मीद है कि चीन की धरती से टैरिफ थोपने का करारा जवाब दिया जाएगा।
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दिग्गजों का 'महाजुटाव' उड़ाएगा ट्रंप की नींद?
एक मंच पर जब पीएम मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग सहित दुनिया के 20 प्रमुख जुटेंगे तो अमेरिका तनाव में आ जाएगा। इस दौरान दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियों पर चर्चा होनी संभव है। 2018 के बाद पहली बार चीन की यात्रा पर पहुंचे पीएम का यह कदम भारत-चीन संबंधों को फिर से स्थापित करने के रूप में देखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर चीन इस समिट के जरिये अमेरिका को अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाने की कोशिश करेगा। चीन में 20 देशों के दिग्गजों का यह 'महाजुटाव' ट्रंप की नींद उड़ा सकता है।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 31 August 2025 at 11:18 IST