अपडेटेड 15 September 2025 at 23:58 IST
रात 1 बजे PM Modi को आया जरूरी काम और निकल गए वाराणसी की सड़कों पर, सीएम धामी ने शेयर की 'My Modi Story'
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि "जब पूरा शहर सो रहा था, तब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सड़कों पर थे। वे हर परियोजना का जायजा ले रहे थे।"
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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My Modi Story : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कार्यशैली और नेतृत्व गुणों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। 17 सितंबर को PM मोदी का जन्मदिन है। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशव्यापी 'सेवा पखवाड़ा' मनाएगी। इस पहल के तहत, BJP नेता पीएम मोदी के साथ अपने निजी अनुभव 'माई मोदी स्टोरी' पर साझा कर रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने अनुभव साझा किया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में एक ऐसा अनुभव को साझा किया, जिसने न केवल उनके मन पर गहरी छाप छोड़ी, बल्कि यह भी दर्शाया कि कैसे मोदी का जीवन सच्चे नेतृत्व का प्रतीक है। सीएम धामी ने एक किस्सा बताया है, जिसमें रात को 1 बजे पीएम मोदी वाराणसी की सड़कों पर विकास कार्यों का जायजा लेने निकल गए थे।
जरूरी काम बाकी है...
सीएम धामी के अनुसार, एक बार वाराणसी में BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक रात 1 बजे खत्म हुई। सभी थके हुए थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा, “अभी एक जरूरी काम बाकी है।” यह सुनकर सभी हैरान थे, क्योंकि इतनी रात को और क्या काम हो सकता था? पीएम मोदी ने सहजता से उत्तर दिया-
“मेरे लोकसभा क्षेत्र में दिन में निरीक्षण करने से लोगों को असुविधा होती है। इसलिए मैं रात में ही विकास कार्य देखने निकलूंगा।”
रात एक 1 बजे जायजा
सीएम धामी के अनुसार, "जब पूरा शहर सो रहा था, तब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सड़कों पर थे। वे हर परियोजना का जायजा ले रहे थे, हर विवरण पर ध्यान दे रहे थे। समय बीतता गया, रात 3 बजे, फिर 4 बजे तब जाकर वे अपने कक्ष में लौटे। लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती। अगली सुबह 9 बजे, जब बैठक फिर से शुरू हुई, पीएम मोदी पूरी ऊर्जा और एकाग्रता के साथ उपस्थित थे, मानो उन्होंने रात में नींद नहीं, बल्कि देश की सेवा से ऊर्जा पाई हो।"
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इस घटना को याद करते हुए सीएम धामी कहते हैं, “उन्हें देखकर हम सबके मन में बस एक ही विचार उठा, यही है सच्चा नेतृत्व।” वे आगे जोड़ते हैं कि मोदी जी ऐसे नेता हैं जो उपदेश नहीं देते, बल्कि उदाहरण बनकर जीते हैं। उनका जीवन सिखाता है कि सच्चा नेतृत्व अनुशासन, प्रतिबद्धता और राष्ट्रसेवा का नाम है। उनका जीवन सिखाता है कि सच्चा नेतृत्व अनुशासन, प्रतिबद्धता और राष्ट्रसेवा का नाम है।
इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि पीएम मोदी जनता की सुविधा को कितना महत्व देते हैं। दिन में निरीक्षण करने से लोगों को असुविधा होती है, इसलिए उन्होंने रात का समय चुना। यह निर्णय उनके जन-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है, जहां जनता की सुविधा और विकास कार्यों की प्रगति दोनों को संतुलित रखा जाता है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 15 September 2025 at 23:58 IST