अपडेटेड 23 February 2025 at 11:26 IST
ISRO ने स्पेस में लगाया शतक, अब अंतरिक्ष की इस उड़ान में भारत की सफलता की लिस्ट लंबी; मन की बात में बोले PM Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से मन की बात की। 23 फरवरी को प्रसारित होने वाले मन की बात का ये 119वां एपीसोड था।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
- 4 min read

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से मन की बात की। 23 फरवरी को प्रसारित होने वाले मन की बात का ये 119वां एपीसोड था। साल 2025 का ये दूसरा एपिसोड था। इसे पीएम मोदी ने 19 जनवरी को देश वासियों से मन की बात की थी। मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी स्पेस साइंस की बात की। उन्होंने कहा, इन दिनों Champions Trophy चल रही है और हर तरफ क्रिकेट का माहौल है। क्रिकेट में शतक का रोमांच क्या होता है, ये तो हम सब भली-भांति जानते हैं, लेकिन आज मैं, आप सबसे क्रिकेट नहीं, बल्कि भारत ने space में जो शानदार शतक बनाई है उसकी बात करने वाला हूं।
पिछले महीने देश इसरो (ISRO) के 100वें रॉकेट की लॉन्चिंग के साक्षी बने हैं। यह केवल एक नंबर नहीं है, बल्कि इससे space science में नित नई ऊंचाइयों को छूने के हमारे संकल्प का भी पता चलता है। हमारी space journey की शुरुआत बहुत ही सामान्य तरीके से हुई थी। इसमें कदम-कदम पर चुनौतियां थीं, लेकिन हमारे वैज्ञानिक, विजय प्राप्त करते हुए, आगे बढ़ते ही गए। समय के साथ अंतरिक्ष की इस उड़ान में हमारी सफलताओं की लिस्ट काफी लंबी होती चली गई। Launch vehicle का निर्माण हो, चंद्रयान की सफलता हो, मंगलयान हो, आदित्य L-1 या फिर एक ही रॉकेट से, एक ही बार में, 104 satellites को space में भेजने का अभूतपूर्व मिशन हो – इसरो (ISRO) की सफलताओं का दायरा काफी बड़ा रहा है।
10 सालों में करीब 460 सेटेलाइट लॉन्च
पीएम मोदी ने कहा, बीते 10 वर्षों में ही करीब 460 सेटेलाइट लॉन्च की गई हैं और इसमें दूसरे देशों की भी बहुत सारी सेटेलाइट शामिल हैं | हाल के वर्षों की एक बड़ी बात ये भी रही है कि space scientists की हमारी team में नारी-शक्ति की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। मुझे यह देखकर भी बहुत खुशी होती है कि आज space sector हमारे युवाओं के लिए बहुत फेवरेट बन गया है। कुछ साल पहले तक किसने सोचा होगा कि इस क्षेत्र में Start-Up और private sector की space कंपनियों की संख्या सैकड़ों में हो जाएंगी। हमारे जो युवा, जीवन में कुछ thrilling और exciting करना चाहते हैं, उनके लिए space sector, एक बेहतरीन विकल्प बन रहा है।
Advertisement
National Science Day पर वैज्ञानिक की तरह एक दिन बिताएं
पीएम मोदी ने कहा, आने वाले कुछ ही दिनों में हम ‘National Science Day’ मनाने जा रहे हैं। हमारे बच्चों का, युवाओं का science में interest और passion होना बहुत मायने रखता है। इसे लेकर मेरे पास एक idea है, जिसे आप ‘One Day as a Scientist’ कह सकते हैं, यानि, आप अपना एक दिन एक Scientist के रूप में, एक वैज्ञानिक के रूप में, बिताकर देखें। आप अपनी सुविधा के अनुसार, अपनी मर्जी के अनुसार, कोई भी दिन चुन सकते हैं। उस दिन आप किसी Research Lab, Planetarium, या फिर Space Centre जैसी जगहों पर जरूर जाएं।
Advertisement
इससे science को लेकर आपकी जिज्ञासा और बढ़ेगी। Space और Science की तरह एक और क्षेत्र है, जिसमें भारत तेजी से अपनी मजबूत पहचान बना रहा है - ये क्षेत्र है AI यानि Artificial Intelligence। हाल ही में, मैं AI के एक बड़े सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पेरिस गया था। वहां दुनिया ने इस sector में भारत की प्रगति की खूब सराहना की। हमारे देश के लोग आज AI का उपयोग किस-किस तरह से कर रहे हैं, इसके उदाहरण भी हमें देखने को मिल रहे हैं।
अब जैसे, तेलंगाना में आदिलाबाद के सरकारी स्कूल के एक टीचर थोडासम कैलाश जी हैं। Digital गीत-संगीत में उनकी दिलचस्पी हमारी कई Tribal language को बचाने में बहुत महत्वपूर्ण काम कर रही है। उन्होंने AI tools की मदद से कोलामी भाषा में गाना compose कर कमाल कर दिया है। वे AI का उपयोग कोलामी के अलावा भी कई और भाषाओं में गीत तैयार करने के लिए कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनके ट्रैक हमारे आदिवासी भाई-बहनों को खूब पसंद आ रहे हैं। स्पेस सेक्टर हो या फिर AI, हमारे युवाओं की बढ़ती भागीदारी एक नई क्रांति को जन्म दे रही है | नई-नई technology को अपनाने और आजमाने में भारत के लोग किसी से पीछे नहीं हैं।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 23 February 2025 at 11:26 IST