अपडेटेड 29 June 2025 at 11:31 IST
आपातकाल थोपने वाले हार गए... Mann Ki Baat में इमरजेंसी का ज्रिक कर बोले PM Modi; अटल बिहारी का पुराना भाषण भी सुनाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रेडियो शो मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। ये मन की बात का 123वां एपिसोड था।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रेडियो शो मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। ये मन की बात का 123वां एपिसोड था। इससे पहले पीएम मोदी ने मन की बात के 122वें एपिसोड में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सेना का मिशन नहीं बल्कि ये हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने योग दिवस, इमरजेंसी और फिटनेस सहित कई मुद्दों पर विस्तार से बात की। पीएम मोदी ने कहा, जन-भागीदारी की शक्ति से, बड़े-बड़े संकटों का मुकाबला किया जा सकता है। इस बीच पीएम मोदी पे पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का पहले का एक ऑडियो सुनाया।
मोरारजी देसाई के पहले के ऑडियो मैसेज में बोलते सुने गए- 'आखिर ये जो ज़ुल्म हुआ दो साल तक, जुल्म तो 5-7 साल से शुरू हो गया था। मगर वो शिखर पर पहुंच गया है। दो साल में, जब Emergency लोगों पर थोप दी और अमानुषीय बर्ताव लोगों के साथ किया गया। लोगों के स्वतंत्रता के हक छीन लिए गए, अखबारों को कोई स्वतंत्रता न रही। न्यायालय बिल्कुल निर्बल बना दिए गए। और जिस ढंग से एक लाख से ज्यादा लोगों को जेल में बंद कर दिये, और फिर अपने मनमानी राज की ओर से होती रही। उसकी मिसाल दुनिया के इतिहास में भी मिलना मुश्किल है।'
पीएम मोदी ने कहा कि इस ऑडियो में मोरारजी ने जो कहा, वो संक्षेप में, लेकिन बहुत ही स्पष्ट तरीके से Emergency के बारे में समझा जा सकता है। आप कल्पना कर सकते हैं, वो दौर कैसा था। Emergency लगाने वालों ने ना सिर्फ हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्यायपालिका को भी अपना गुलाम बनाए रखने का था।
इस दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया था। इसके ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। जॉर्ज फर्नाडिस साहब को जंजीरों में बांधा गया था। अनेक लोगों को कठोर यातनाएं दी गईं। ‘मीसा’ (MISA) के तहत किसी को भी ऐसे ही गिरफ्तार कर लिया जाता था। छात्रों को भी परेशान किया गया। अभिव्यक्ति की आजादी का भी गला घोंट दिया गया।
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पीएम मोदी ने अटल बिहारी का पुराना भाषण सुनाया
पीएम मोदी ने अटल बिहारी का पुराना भाषण सुनाया। जिसमें वो कह रहे हैं- बहनों और भाइयों, देश में जो कुछ हुआ, उसे केवल चुनाव नहीं कह सकते। एक शांतिपूर्ण क्रांति हुई है। लोकशक्ति की लहर ने लोकतंत्र की हत्या करने वालों को इतिहास के कूड़ेदान में फेंक दिया है।'
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पीएम मोदी ने आगे कहा, देश पर Emergency थोपे जाने के 50 वर्ष कुछ दिन पहले ही पूरे हुए हैं। हम देशवासियों ने ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया है | हमें हमेशा उन सभी लोगों को याद करना चाहिए, जिन्होंने Emergency का डटकर मुकाबला किया था। इससे हमें अपने संविधान को सशक्त बनाए रखने के लिए निरंतर सजग रहने की प्रेरणा मिलती है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 29 June 2025 at 11:29 IST