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Updated April 12th, 2024 at 18:31 IST

हानिया के 3 बेटे, 3 पोतियां और 1 पोते की मौत के बाद संकट में इजरायल! क्या युद्ध में अकेला पड़ जाएगा?

Israel-Hamas War: गाजा में एक इजरायली एयरस्ट्राइक ने इस्माइल हानिया के 3 बेटों की जान ले ली। मरने वालों में हानिया की 3 पोतियां और 1 पोता भी शामिल था।

Reported by: Kunal Verma
Ismail Haniyeh 3 sons granddaughters grandson death
हानिया के 3 बेटे, 3 पोतियां और 1 पोते की मौत के बाद संकट में इजरायल! | Image:Republic/AP
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Israel-Hamas War: इजरायल-हमास युद्ध में हमास के नेता इस्माइल हानिया के परिवार के 7 लोगों की मौत एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है। इजरायल भले ही इसे अपनी बड़ी उपलब्धि मानकर चल रहा हो, लेकिन इस कांड से इजरायल के लिए एक बड़ा संकट भी खड़ा हो सकता है।

इस हमले में हानिया के 3 बेटों- हजीम, आमिर और मोहम्मद के साथ-साथ उसकी 3 पोतियों और 1 पोते की भी मौत हो गई। हमास से जुड़ी मीडिया ने तो इसकी पुष्टि की, लेकिन इजरायली सेना ने हानिया के पोतियों और पोते की मौत को लेकर कोई बयान नहीं दिया।

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वहीं, इस एयरस्ट्राइक के बाद हानिया का भी बयान सामने आया। उसने कहा कि उनके बेटे हमास की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं थे और साथ ही उसने उन्हें शहीद भी बताया। हानिया ने अपने एक बयान में कहा- 'हमारे लोगों और गाजा में रहने वाले लोगों के परिवारों ने अपने बच्चों के खून के साथ एक भारी कीमत चुकाई है। उनमें से मैं भी शामिल हूं, लेकिन मेरे बेटों का खून उतना कीमती नहीं है, जितना उन 32 हजार लोगों का, जिन्होंने अक्टूबर में युद्ध शुरू होने के बाद अपनी जान गंवाई है।'

इजरायल ने हानिया के बेटों को क्यों बनाया निशाना?

इजरायली सेना का कहना है कि एयरस्ट्राइक में हानिया के जिन 3 बेटों की मौत हुई, वो हमास के सैन्य ऑपरेशन में शामिल थे। आमिर सेल कमांडर था तो उसके भाई निचले स्तर के ऑपरेटिव्स थे। वहीं, उन तीनों में से ही एक के पास बंधकों को भी रखा गया था। हालांकि, इजरायली सेना हानिया के उस बेटे का नाम नहीं बता पाई, जिसके पास बंधकों को रखा गया था।

दूसरी तरफ, एक अमेरिकी थिंक-टैंक की मानें तो हानिया के बेटों का हमास की गतिविधियों में कोई स्थान नहीं था। न ही वो पॉलिटिकल विंग में शामिल थे और न ही मिलिट्री विंग में। जानकारों का ये भी मानना है कि हमास ने 40 बंधकों की रिहाई से इनकार कर दिया था और हानिया हमास के सबसे सीनियर अधिकारियों में से एक है। ऐसे में उसके बेटों पर हमला मुख्य रूप से इस बात पर फोकस था कि सीजफायर की बातचीत के दौरान हमास के लीडरशिप को एक करारा मैसेज भेजा जाए, जिससे वो दोबारा बंधकों को छोड़ने में आनाकानी न करे। ये इजरायल के लिए एक पॉलिटिकल जीत के अलावा और कुछ नहीं है।

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दूसरी ओर, हानिया ने अपने बयान में ये भी चेतावनी दे दी कि अगर इजरायल मेरे बच्चों को मारकर ये सोचता है कि हम अपनी स्थिति बदल देंगे, तो वो किसी भ्रम में है। हमारा युद्ध जारी रहेगा।

कहीं ये इजरायल के लिए एक बड़े संकट की शुरुआत तो नहीं?

इजरायल पहले से ही दुनिया के कई देशों के साथ तनाव का सामना कर रहा है। अमेरिका ने भी धमकी दे दी है कि अगर इजरायल ने गाजा में अपनी करतूतों को बंद नहीं किया तो अमेरिका अपना सपोर्ट वापस ले लेगा और उसे कोई हथियार नहीं दिए जाएंगे। अब इसमें सबसे बड़ा संकट बंधकों से जुड़ा है। बुधवार, 10 अप्रैल को हमास ने बताया कि गाजा में उसके पास वो 40 जिंदा बंधक नहीं हैं, जिनकी इजरायल के साथ सीजफायर के दौरान अदला-बदली की जा सके।

ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि वो 40 बंधक अगर हमास के पास नहीं हैं तो फिर कहां हैं? क्या हमास ने उन्हें पहले ही मौत के घाट उतार दिया या हानिया अपने बेटों की मौत का बदला उन बंधकों से लेने की प्लानिंग कर रहा है?  वहीं, दूसरी ओर इजरायली अधिकारियों का मानना है कि गाजा में अब भी 130 बंधक हमास की कैद में हैं, जबकि इजरायल के खुफिया अधिकारी इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि उनमें से 30 की मौत हो गई है।

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ऐसे में अगर बदला लेने की नीयत से हमास उन सभी बंधकों को मार देता है तो पहले ही कैबिनेट और इजरायल के लोगों से तनाव झेल रहा इजरायल भारी संकट में पड़ जाएगा। अंतरराष्ट्रीय मंच पर तो उसे विरोध का सामना करना ही पड़ेगा, साथ ही अपने घर में भी प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार चौतरफा घिर जाएगी। दूसरी तरफ, जो बाइडेन और नेतन्याहू की हालिया बातचीत से ये तो साफ है कि अमेरिका इजरायल से नाराज है और गाजा के मुद्दे पर दोनों के बीच तनाव की स्थिति जारी है। ऐसे में बंधकों की मौत की पुष्टि होने के बाद इस युद्ध में अमेरिका का सबसे बड़ा समर्थक अमेरिका क्या करेगा, ये तो वक्त ही बताएगा।

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Published April 12th, 2024 at 18:24 IST

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