Updated April 2nd, 2024 at 14:02 IST
तिहाड़ में CM, 4 और नेताओं की गिरफ्तारी का आतिशी ने किया दावा...तो सुनीता केजरीवाल की ताजपोशी तय है?
आतिशी ने अगली पंक्ति के 4 और नेताओं की गिरफ्तारी का संदेह जताया है। इस बीच पूछा जाने लगा है कि क्या सुनीता केजरीवाल की ताजपोशी का रास्ता साफ हो गया है?
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Sunita Kejriwal : अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक तिहाड़ जेल भेज दिया गया। सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और फिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सलाखों के पार पहुंच गए। आतिशी 2 अप्रैल को मीडिया के सामने आईं। बड़ा दावा किया। उनके मुताबिक आने वाले दिनों में 4 और नेताओं पर ईडी शिकंजा कस सकती है। इन्हें जेल भेजा जा सकता है।
आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा भी ईडी -CBI की लिस्ट में हैं आतिशी के बाद सौरभ ने इस ओर इशारा किया। अगर ऐसा होता है तो क्या कमान सुनीता केजरीवाल को थमाई जाएगी? पिछले एक हफ्ते से जिस अंदाज में मिसेज केजरीवाल अपना और अपने पति का पक्ष रख रही हैं, रामलीला मैदान से जिस तरह मंच से अड्रेस किया उससे अटकलों का बाजार गर्म है।
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पहली, दूसरी फिर तीसरी पंक्ति के नेताओं का नंबर...
सौरभ भारद्वाज ने आतिशी के बाद प्रेस कांफ्रेंस की। शिक्षा मंत्री की तरह ही अंदेशा जताया। स्पष्ट कहा कि पहली, दूसरी और फिर तीसरी पंक्ति के बाद चौथी लाइन की बारी है। सौरभ ने कहा-हमने सोचा 4 दिन केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पार्टी कैसे चलेगी? मनीष सिसोदिया और संजय सिंह दूसरी लीडरशिप बनकर आए तो उनको भी जेल में डाल दिया...राघव चड्ढा आतिशी और सौरभ भारद्वाज की थर्ड लाइन ऑफ लीडरशिप सामने आई, थर्ड लीडरशिप को जेल डाल दोगे तो चौथी लीडरशिप सामने आ जाएगी। रामलीला मैदान से निकली पार्टी है नेचुरल रूप से लीडरशिप सामने आ जाएगी... यह मजाक उड़ाते थे की सुपारी जितनी पार्टी है और ये उनका डर था। आज आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी के सपने में आती है। AAP, आज BJP की दुश्मन नंबर 1 पार्टी है।'
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सुनीता के लिए क्या रास्ता क्लियर?
सुनीता केजरीवाल जिस तरह सामने आकर अपनी और अपने पति का दर्द सामने रख रही हैं उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि चौथी लाइन के जरिए शायद उन्हें ही आगे करने की तैयारी है। आतिशी और सौरभ के प्रेस कांफ्रेंस के बाद आप विधायक भी सुनीता केजरीवाल से मिलने पहुंचे। ये भी एक इशारा है। वहीं ईडी की गिरफ्त में कैद केजरीवाल का संदेश एक बार नहीं तीन बार जनता तक पहुंचाया। तीसरी बार रामलीला मैदान के मंच से 6 संकल्प की बात कही। इसी बात पर बीजेपी नेता और नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने चुटकी भी ली थी। स्पष्ट करने को कहा कि ‘‘क्या सुनीता केजरीवाल अब आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री हैं क्योंकि वह मीडिया संदेश देने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी का उपयोग कर रही हैं।’’
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राबड़ी मॉडल सुर्खियों में...
जब से केजरीवाल के जेल जाने की बात सामने आई थी तभी से राबड़ी मॉडल रिपीट की बात दिल्ली में सुर्खियां बटोरने लगी। जिस तरह जेल गए लालू प्रसाद यादव की गैरमौजूदगी में राबड़ी के हाथ में सत्ता की डोर थमा दी गई थी। लालू चारा घोटाले में आरोपी थे तो कथित शराब नीति घोटाले में अरविंद केजरीवाल तिहाड़ पहुंच गए हैं। केजरीवाल यह अच्छी तरह समझते हैं कि वो अगर दिल्ली में सीएम बने रहने पर अड़े रहे तो लेने के देने भी पड़ सकते हैं। प्रशासनिक गतिरोध पैदा हो सकता है और ऐसा हुआ तो उपराज्यपाल केंद्र को दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा भेज सकते हैं। इस दशा में केजरीवाल को अपने सबसे करीबी और विश्वासपात्र को सत्ता की चाभी सौंपनी पड़ सकती है। ईडी रडार में आतिशी, सौरभ, दुर्गेश और राघव चड्ढा के आने के बाद से स्पष्ट हो गया है कि सबसे विश्वसनीय सीएम उम्मीदवार सुनीता केजरीवाल ही हो सकती हैं!
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Published April 2nd, 2024 at 13:02 IST
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