अपडेटेड 2 June 2025 at 13:34 IST

मोबाइल की लत को कैसे करें खत्म? बार-बार फोन देखने की आदत से हैं मजबूर तो अपनाएं ये तरीका

स्मार्टफोन आजकल लोगों पर इस कदर हावी हो चुका है कि इससे दूर रह पाना बेहद मुश्किल है। लेकिन आप अपने स्क्रीन टाइम कम करने के लिए ये उपाय अपना सकते हैं।

Mobile Addiction
Mobile Addiction | Image: Pixabay

Mobile Addiction: आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। एजुकेशन से लेकर एंटरटेनमेंट, ऑनलाइन पेमेंट, बैंकिंग समेत डेली रूटीन के सभी कामकाज अब स्मार्टफोन से ही हो रहे हैं। 

इतना ही नहीं, स्मार्टफोन लोगों पर इस कदर हावी हो गया है कि इसके बिना कुछ वक्त बिता पाना भी मुश्किल हो रहा है। इसकी चपेट में बड़े ही नहीं, बल्कि बच्चे भी आ चुके हैं। ऐसे में चलिए बताते हैं कि आप अपने स्क्रीन टाइम को कैसे कम कर सकते हैं।

  • आजकल हम स्मार्टफोन के इतने आदी हो चुके हैं कि न चाहते हुए भी ध्यान बार-बार उसी ओर चला जाता है। ऐसे में पहला तरीका ये है कि आप अपने फोन रखने की जगह में बदलाव करें, जिससे की स्मार्टफोन को तुरंत हाथ लगाने से बच पाएं।
  • स्मार्टफोन में ऐसे कई ऐप डाउनलोड रहते हैं जिससे की बार-बार नोटिफिकेशन आते हैं और उसे चेक करने के लिए स्मार्टफोन यूज करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में अपने आप सेटिंग में जाकर नोटिफिकेशन का ऑप्शन बंद करें।
  • दिनभर में एक ऐसा समय तय करें जब आप फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। इस दौरान अपने फोन का डाटा और वाई-फाई बंद रखें। इंटरनेट के जमाने में बिना इसके फोन यूज करना लोग कम ही पसंद करते हैं। ये भी आपको फोन से दूरी बनाने में मदद करेगा।
  • इसके अलावा आप अपने उन पसंदीदा कामों की लिस्ट बनाए जिसे आप सबसे ज्यादा करना चाहते हैं। जैसे कि किताबें पढ़ना, कविता लिखना, पेंटिंग बनाना या फिर खेल-कूद करना। इससे आप अपने फोन से दूरी बना पाएंगे।

ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल बेहद खतरनाक

मोबाइल फोन का अधिक समय तक इस्तेमाल करने से हमारी आंखों और मस्तिष्क दोनों के लिए ही हानिकारक है। इससे कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक मोबाइल के स्क्रीन पर देखते रहने से आंखों में धुंधलापन और जलन, गर्दन में दर्द जैसी समस्या हो सकती है। रात को सोने से पहले फोन चलाने पर मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है जिससे नींद आने में दिक्कत होती है। व्यक्ति डिप्रेशन, एंग्जाइटी और नींद की गड़बड़ी जैसी मानसिक समस्याओं के शिकार भी हो जाते हैं।

डिजिटल डिटॉक्स क्या है?

आज के समय में बड़ी तादाद में लोग मोबाइल, सोशल मीडिया, लैपटॉप और टीवी की लत से पीड़ित हैं। इसी लत से छुटकारा पाने की प्रक्रिया को डिजिटल डिटॉक्स कहा जाता है।  डिजिटल डिटॉक्स शरीर के साथ-साथ रिश्तों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है।

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डिजिटल डिटॉक्स क्यों जरूरी?

स्क्रीन पर अत्यधिक समय बिताने से बच्चों के सामाजिक विकास में कमी आ सकती है। ज्यादा स्क्रीन टाइम उनके मानसिक विकास के साथ-साथ उनके शारीरिक विकास में बाधा डाल सकता है। ऐसे में स्क्रीन टाइम कम करें। सप्ताह में एक दिन नो स्क्रीन डे रखें। साथ ही डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल सीमित करें। 

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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 2 June 2025 at 13:32 IST