अपडेटेड 14 April 2025 at 20:35 IST

Uric Acid: क्या है यूरिक एसिड? जानें लक्षण, कारण और उपाय

What are the symptoms of high uric acid? यूरिक एसिड ज्यादा होने पर क्या होता है? यूरिक एसिड का इलाज क्या है? जानें

Uric Acid
Uric Acid: क्या है यूरिक एसिड? जानें लक्षण, कारण और उपाय | Image: Freepik

What is the treatment of uric acid? शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना कोई आम बीमारी नहीं होती है। बता दें कि यूरिक एसिड उम्र के साथ बढ़ता जाता है। ऐसे में यूरिक एसिड के लक्षण गंभीर हो जाते हैं। व्यक्ति को समय रहते इसके लक्षण, कारण और इलाज के बारे में पता होना जरूरी है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। 

आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि जब शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है तो कैसे लक्षण नजर आते हैं और उसके पीछे के कारण और उपचार क्या हैं। पढ़ते हैं आगे… 

क्या है यूरिक एसिड?

 यूरिक एसिड एक अपशिष्ट पदार्थ के रूप में देखा जाता है। इसके बढ़ने पर किडनी के फंक्शंस प्रभावित होते हैं। जब यह बढ़ता है तो जोड़ो और ऊतकों में जमा होता है, जिसकी वजह से कई समस्याएं होती हैं जैसे - हाई ब्लड प्रेशर, जोड़ों में दर्द, चलने में दिक्कत, सूजन की समस्या आदि। ऐसे में व्यक्ति को समय-समय पर यूरिक एसिड की जांच करवानी चाहिए। बता दें कि जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है तो व्यक्ति को पेशाब करने में दिक्कत होती है। 

यूरिक एसिड के कारण 

यह खून में मौजूद एक केमिकल है जो खाद्य पदार्थों के खाने से बढ़ता है। ऐसे में पालक, मशरूम, चिकन आदि खाने से इसका निर्माण होता है। वहीं भोजन के पाचन के बाद यूरिक एसिड ब्लड में घुलता है जिसे फिल्टर कर किडनी बाहर निकालती है। लेकिन जब शरीर में उनकी मात्रा बढ़ती है तो किडनी से यूरिक एसिड सही से बाहर नहीं आता, जिसकी वजह से इसकी मात्रा बढ़ती है। ऐसे में कई गंभीर समस्याएं होती हैं। बता दें यूरिक एसिड के अन्य कारण हैं गलत खानपान, शराब पीना, बाहर का खाना खाना, डायबिटीज के रोगी, कीमोथेरेपी, अधिक देर तक खाली पेट रहना आदि।

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यूरिक एसिड के लक्षण 

यूरिक एसिड बढ़ने पर जोड़ों में दर्द, गठिया, शरीर में दर्द आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। इसके अलावा किडनी स्टोन की समस्या, पीठ में दर्द, बार-बार पेशाब आना, उठने बैठने में दिक्कत, उंगलियों में सूजन, जोड़ों में दर्द, किडनी से जुड़ी समस्याएं आदि हो सकती हैं। 

यूरिक एसिड का इलाज 

जब ये समस्या होती है तो व्यक्ति को ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट करवाना चाहिए, जिससे स्थिति का पता चल सके। वहीं खानपान और जीवन शैली में सुधार करने पर यह समस्या कम हो सकती है। व्यक्ति को अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए। वहीं व्यायाम योग से भी इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। 

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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 14 April 2025 at 20:35 IST