अपडेटेड 5 November 2025 at 00:02 IST
फोन की लत मेंटल हेल्थ को कर सकती है बर्बाद, नींद खराब और एंजायटी डबल; जानें इससे बचने के लिए क्या करें
स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल दिमाग पर भी असर डाल सकता है। जानिए कैसे फोन मेंटल हेल्थ को बर्बाद कर सकता है और इससे बचने के लिए क्या करें?
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Phone Affect Mental Health: आज कल स्मार्टफोन लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। लोग कुछ 10 मिनट भी फोन के बिना नहीं रह सकते हैं।
स्मार्टफोन बड़े काम की चीज है और ज्यादातर काम इसके जरिए घर बैठे किए जा सकते हैं। हालांकि इसका इस्तेमाल लोगों की मेंटल हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है।
स्मार्टफोन मेंटल हेल्थ को ऐसे करते बर्बाद
1. नींद की समस्याएं: स्मार्टफोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन को दबा देती है, जिससे स्लीप साइकल बिगड़ जाती है। नींद की क्वालिटी बिगड़ने से लोगों की मेंटल हेल्थ बिगड़ जाती है और तनाव, एंजायटी और डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
2. स्ट्रेस और एंजायटी: फोन पर ज्यादातर लोग लंबे समय तक सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हैं, जिससे लोगों को बिना वजह का स्ट्रेस मिल जाता है। सोशल मीडिया पर लोग एक दूसरे से खुद की तुलना करते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
3. फाइनेंशियल स्ट्रेस: सोशल मीडिया कंपनियां लोगों के डाटा के आधार पर एडवर्टाइजमेंट देती हैं, जिससे लोग उन्हें खरीदने के लिए प्रेरित होते हैं। लंबे समय तक इस तरह की खरीददारी करने से कई बार लोगों को फाइनेंशियल स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है।
फोन एडिक्शन से बचने के लिए क्या करें?
1. स्क्रीन टाइम की लिमिट तय करें: स्मार्टफोन का इस्तेमाल सीमित करने के लिए स्क्रीन टाइम की लिमिट तय करनी चाहिए।
2. सोने से पहले फोन ना चलाए: सोने से करीब 1-2 घंटे पहले स्मार्टफोन का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए, ताकि बेहतर नींद आ सके।
3. सोशल मीडिया से दूरी बनाएं: सोशल मीडिया से दूरी बनाना भी मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल दिमाग पर भी असर डाल सकता है। इससे मेंटल हेल्थ से जुड़ी कई परेशानियां पैदा हो सकती हैं। इसलिए, स्मार्टफोन का इस्तेमाल सीमित करना और मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
स्मार्टफोन एडिक्शन के इलाज के लिए क्या करें?
स्मार्टफोन एडिक्शन के इलाज के लिए मनोचिकित्सक से संपर्क करें। इस्तेमाल सीमित करने के लिए स्क्रीन टाइम की लिमिट तय करें औक फोन के बजाय बाकी गतिविधियों में शामिल हों। जैसे नए लोगों से मुलाकात करना। अपने ग्रुप में बैठकर हसी मजाक करना।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 5 November 2025 at 00:02 IST