अपडेटेड 21 July 2025 at 18:20 IST
Hariyali Teej 2025: हरियाली तीज पर क्यों जरूरी हैं हरी चूड़ियां? विवाहित जीवन में क्या है इसका महत्व और परंपरा
Hariyali Teej 2025: साल 2025 की हरियाली तीज 29 जुलाई को मनाई जाएगी। यह त्यौहार शादीशुदा महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। हरियाली तीज पर महिलाएं हरी चूड़ियां क्यों पहनती हैं। आइए आपको बताते हैं।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Hariyali Teej 2025: साल 2025 की हरियाली तीज 29 जुलाई को मनाई जाएगी। यह त्यौहार शादीशुदा महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख- समृद्धि की कामना करती हैं। इस खास दिन पर महिलाएं श्रृंगार करती हैं, व्रत रखती हैं और खासतौर पर हरी चूड़ियां पहनती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चूड़ियों का सिर्फ सजावटी ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़े भी कई महत्व हैं। आइए आपको बताते हैं।
क्यों पहनते हैं हरी चूड़ियां?
तीज के त्यौहार में चूड़ियों का काफी महत्व रहता है। इस दिन महिलाएं विशेष रूप से हरी चूड़ियां पहनती हैं, जो प्रकृति, उर्वरता, नई ऊर्जा और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हरी चूड़ियां पहनने से केवल सुहाग की रक्षा होती है बल्कि यह महिलाओं के जीवन में भी पॉजिटिव एनर्जी लाती हैं।
चूड़ियों का साइंटिफिक और रिलीजियस पहलू
हेल्थ बेनिफिट- आयुर्वेदिक और एक्यूप्रेशर के अनुसार चूड़ियों के हाथों में पहनने से कलाई पर लगातार हल्का दबाव पड़ता है। इससे शरीर पर ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है।
एनर्जी बैलेंस- चूड़ियों की रगड़ से पॉजिटिव एनर्जी जनरेट होती है, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहती है। माना जाता है कि यह एनर्जी पति की हेल्थ और मैरिज लाइफ को स्टेबल करने में भी सहायक रहती है।
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रिलीजियस बिलीफ- माइथोलॉजी के अनुसार माता पार्वती ने भी शिव जी को पाने के लिए तीज के दिन श्रृंगार किया था और व्रत रखा था। उनके गहनों में चूड़ियों ने खास जगह बनाई थी।
मैरिड महिलाओं के लिए शुभ संकेत
भारतीय संस्कृति में चूड़ियां सुहाग का प्रतीक मानी जाती हैं। हरियाली तीज पर चूड़ियों को पहनना इस चीज का प्रतीक माना जाता है कि महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और बेहतर हेल्थ की कामना करती हैं। कुछ जगहों पर यह परंपरा भी है कि महिलाएं एक-दूसरे को भी चूड़ियां गिफ्ट करती हैं ताकि शुभता और सौभाग्य एक-दूसरे तक पहुंचे।
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Published By : Kirti Soni
पब्लिश्ड 21 July 2025 at 18:20 IST