अपडेटेड 3 November 2025 at 12:58 IST

Black Jaundice: क्या होता है काला पीलिया? जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव

Black Jaundice: कभी-कभी चेहरे का रंग काला और त्वचा सूखी हो जाती है। इसे काला जॉन्डिस कहते हैं। यह स्थिति हेपेटाइटिस बी और सी वायरस के फैलने के कारण होती हैं। आइए इस लेख में विस्तार से इसके लक्षण, उपचार के बारे में जानेंगे।

Black Jaundice
Black Jaundice | Image: Freepik

Black Jaundice: काला जॉन्डिस, जो लिवर से होने वाला एक खतरनाक वायरल है। यह हेपेटाइटिस बी और सी के वायरस के कारण होता है। हेपेटाइटिस बी और सी के वायरस के इंफेक्शन के कारण शरीर में बिलीरुबिन का लेवल बढ़ जाता है। जिसे जॉन्डिस कहते हैं। अगर इसका उपचार सही समय पर नहीं किया जाए तो इससे इंफेक्शन बढ़ने लग जाता है और इसे काला जॉन्डिस कहते हैं। अगर स्थिति बिगड़ जाए तो लिवर डैमेज होने लग जाता है। अब ऐसे में काला जॉन्डिस कैसे होता है, इसके क्या कारण है, लक्षण और बचाव क्या है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

क्यों होता है ब्लैक जॉन्डिस? 

काला पीलिया होने के पीछे मुख्य रूप से हेपेटाइटिस बी और सी वायरस का संक्रमण होता है। कुछ दवाओं का अधिक सेवन या दुरुपयोग भी लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है। नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुइयों या टैटू बनवाने में इस्तेमाल होने वाले मशीन से भी हो सकता है। साथ ही लिवर कैंसर और पित्त नली  में रुकावटें भी इसके कारण हो सकती हैं। इस स्थिति में रोगी को अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।

ब्लैक जॉन्डिस के लक्षण क्या है?

काला पीलिया के लक्षण शुरू में सामान्य पीलिया जैसे ही हो सकते हैं, लेकिन यह धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेता है।

  • बुखार रहना
  • हमेशा थकान का अनुभव
  • आंखों का रंग पीला पड़ जाना
  • यूरिन का रंग पीला होना
  • नाखूनों का रंग पीला पड़ना
  • स्किन में इचिंग
  • भूख नहीं लगना
  • ज्वाइंट्स में पेन
  • उल्टी और डायरिया की शिकायत
  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द

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ब्लैक जॉन्डिस से बचाव कैसे करें? 

  • साफ पानी पिएं और दूषित भोजन खाने से बचें।
  • हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए टीका लगवाएं।
  • शराब, ड्रग्स और कैफीन लीवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए इनका सेवन बंद करें।
  • सैलून या ब्यूटी पार्लर में इस्तेमाल होने वाली मशीनों का उपयोग न करें।

नोट - डॉक्टर त्वचा, आंखों, पेट, और अन्य अंगों की जांच करते हैं ताकि पीलापन, सूजन, या अन्य असामान्यताएं पहचानी जा सकें।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 3 November 2025 at 12:58 IST