अपडेटेड 5 July 2025 at 14:00 IST
Cholesterol: बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हैं परेशान तो अनारदाना चूर्ण है रामबाण इलाज, कैसे करें इस्तेमाल
अनारदाना पाउडर के बारे में जानिए कि यह क्या है? इसके स्वास्थ्य लाभ और इसका इस्तेमाल रोजाना कैसे करें, इससे भोजन में स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही यह पाचन के लिए भी अच्छा है।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Anardana powder Health benefits: भारतीय मसालों में अनारदाना पाउडर एक ऐसा नाम है, जो स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ भी देता है। हजारों साल पुराना यह मसाला अनार के गूदे को सुखाकर बनाया जाता है और आज भी उत्तर भारत की रसोइयों में यह अमचूर की तरह खटाई के रूप में उपयोग किया जाता है। अनारदाना असल में अनार के गूदे को धूप में सुखाकर या विधि से निर्जलीकरण करके तैयार किया गया सूखा रूप होता है। इसे पीसकर पाउडर बना लिया जाता है।
यह पाउडर भोजन में खास तरह की खटास लाता है, जो इमली या अमचूर से अलग होती है। अनार की खेती मिस्र, ईरान, भारत जैसे क्षेत्रों में हजारों सालों से होती आ रही है। हिंदू, ईसाई और इस्लाम धर्मों के ग्रंथों में अनार का खास उल्लेख मिलता है। भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथ चरकसंहिता में इसे पित्तहर, हृदय के लिए लाभकारी और भूख बढ़ाने वाला माना गया है।
अनारदाने के गुण
अनारदाना सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाला मसाला नहीं, बल्कि एक औषधीय तत्व भी है। जिसे बड़े फायदे मिलते हैं, इसमें मौजूद फाइबर पाचन को सुधारते हैं, पॉलीफेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं और विटामिन C रक्त कोशिकाओं को आराम पहुंचाता है। साथ ही इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स मस्तिष्क को सक्रिय रखते हैं।
भोजन में कैसे करें इस्तेमाल?
- चटनी और रायता: एक चुटकी अनारदाना पाउडर डालने से चटनी का स्वाद दोगुना हो जाता है।
- छोले-भटूरे में मिलाएं: स्वाद के साथ पाचन भी बेहतर बनाता है।
- रेड मीट डिशेज: स्वाद बढ़ाने के साथ मांस को हल्का बनाता है।
- सब्जियों में मिलाएं: आलू या कचौड़ी जैसी चीजों में भी इसका इस्तेमाल लाभकारी बताया गया है।
क्या हैं सावधानियां?
फूड एक्सपर्ट बताते हैं कि, अनारदाने का अत्यधिक सेवन पेट में एसिड और खांसी की समस्या बढ़ा सकता है। खांसी या एसिडिटी वालों को भी सीमित मात्रा में उपयोग करना चाहिए, साथ ही ज्यादा डालने से स्वाद भी बिगड़ सकता है। इसलिए इस्तेमाल करते वक्त सावधानी बरतनी जरूरी है। अनारदाना पाउडर सिर्फ मसाला नहीं, बल्कि भारतीय खानपान की एक पुरातन औषधीय विरासत है। यह स्वाद को बढ़ाता है और सेहत के लिए भी कई तरह से लाभकारी है। सही मात्रा में और सही व्यंजन में इस्तेमाल कर इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
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(Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। )
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 5 July 2025 at 13:56 IST