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अपडेटेड July 10th 2024, 20:38 IST

जयपुर के डॉक्टर का कमाल, धीरज दूबे ने बनाया सबसे अधिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी का वर्ल्ड रिकॉर्ड

जयपुर के नाम एक और बड़ी उपलब्धि शामिल हुई है। शहर के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. धीरज दूबे ने एक दिन में सबसे अधिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की।

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doctor Dheeraj Dubey
जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी का रिकॉर्ड | Image: Freepik/X

Jaipur: चिकित्सा क्षेत्र में जयपुर के नाम एक और बड़ी उपलब्धि शामिल हुई है। शहर के सीनियर जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. धीरज दूबे ने एक दिन में सबसे अधिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। उन्होंने एक दिन में 34 जॉइंट रिप्लेसमेंट जिसमें 33 घुटनों की और एक कूल्हे के जोड़ की प्रत्यारोपण सर्जरी शामिल है। उनके इस रिकॉर्ड को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और फोर्ब्स वर्ल्ड रिकॉर्ड ने मान्यता प्रदान की है।

19 मरीजों की 34 जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कर जयपुर में बनाया कीर्तिमान

डॉ. धीरज दूबे (Dr Dheeraj Dubay) ने बताया कि गत 9 मई को उन्होंने ये सभी 34 जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की हैं। वे इसकी तैयारी पिछले कुछ समय से कर रहे थे। जब उन्हें मौका मिला तो जयपुर में उन्होंने इस तरह के अनोखे विश्व रिकॉर्ड को स्थापित किया। उन्होंने जानकारी दी कि इस रिकॉर्ड एक्टिविटी में 19 पेशेंट्स शामिल हुए जिनमें अलग अलग मरीजों के एक ही या दोनों जोड़ों की रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई।

सर्जरी के बाद सभी मरीज आसानी से चल फिर पा रहे हैं। सभी सर्जरी का डाटा रिकॉर्ड संस्थाओं को भेजा गया, जहां उन्होंने डाटा को वेरिफाई कर रिकॉर्ड को मान्यता प्रदान की। इस मौके पर डॉ. धीरज ने कहा कि एक ही दिन में 34 जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करने का रिकॉर्ड बनाना केवल मेरे व्यक्तिगत प्रयास का परिणाम नहीं है, बल्कि यह हमारी पूरी टीम की मेहनत और समर्पण के कारण है।

सर्जरी में नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए जाने जाते हैं डॉ. धीरज

डॉ. धीरज दूबे अपने उपचार के दौरान नई तकनीकों व अपडेट उपकरणों का इस्तेमाल करने के लिए जाने पहचाने जाते हैं। इनमें कम्प्यूटर नेविगेशन एंड मिनिमल इन्वेसिव सर्जरी का प्रयोग भी इन्होंने किया है। वर्तमान में डॉ. धीरज दुबे शैल्बी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में रिप्लेसमेंट सर्जरी को सफलतापूर्वक कर रहे हैं।

वहीं, अगर घुटने का कुछ ही हिस्सा खराब होता है तो डॉ. धीरज दूबे, पूरे जोड़ को न बदल कर उसे टक्सप्लास्टी तकनीक से आंशिक प्रत्यारोपण ही करते हैं। उन्होंने टक्सप्लास्टी तकनीक के बारे में बताया कि यह सर्जरी तभी की जाती है जब जोड़ का एक हिस्सा ही खराब हो। इस तकनीक से पूरे घुटने की ओपन सर्जरी करने की जगह सिर्फ जोड़ में खराब हुए हिस्से को बदला जा सकता है।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

पब्लिश्ड July 10th 2024, 20:38 IST