अपडेटेड 31 July 2025 at 22:55 IST

आपको भी हो गया फोन एडिक्शन? दूर रहने का आसान तरीका डिजिटल डिटॉक्स, 3 आसान टिप्स

डिजिटल डिटॉक्स के माध्यम से स्मार्टफोन और स्क्रीन से दूरी बनाने के 3 आसान टिप्स। जानें कैसे डिजिटल डिटॉक्स आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है।

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फोन | Image: Pexels

आज का युग डिजिटल युग है, जहां स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट और इंटरनेट हमारी जिंदगी का हिस्सा हैं। ये गैजेट्स हमारी जिंदगी को आसान बनाते हैं, लेकिन इनका ज्यादा उपयोग हमारे दिमाग और शरीर पर भारी पड़ सकता है। डिजिटल डिटॉक्स एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें हम जानबूझकर स्क्रीन टाइम को कम करते हैं और वास्तविक दुनिया की गतिविधियों में समय बिताते हैं।

डिजिटल डिटॉक्स की जरूरत क्यों है? 

आज के समय में डिजिटल उपकरणों का उपयोग इतना बढ़ गया है कि लोग औसतन 10 घंटे से ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताते हैं। डेलॉइट के 2015 के एक सर्वे के मुताबिक, 59% स्मार्टफोन यूजर्स सोने से 5 मिनट पहले और जागने के 30 मिनट के भीतर सोशल मीडिया चेक करते हैं। यह हद से ज्यादा उपयोग हमारे दिमाग पर बोझ डालता है।

डिजिटल डिटॉक्स के फायदे

डिजिटल डिटॉक्स हमारे दिमाग को डिजिटल उत्तेजना से आराम देता है और तनाव को कम करता है। स्क्रीन टाइम को कम करने से हमारी आंखों और शरीर को आराम मिलता है। साथ ही डिजिटल डिटॉक्स हमें वास्तविक दुनिया की गतिविधियों में समय बिताने का मौका देता है और जीवन में संतुलन लाता है।

डिजिटल डिटॉक्स के लिए 3 आसान टिप्स

  • स्क्रीन टाइम को सीमित करें: अपने स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल उपकरणों के उपयोग को सीमित करें। 
  • वास्तविक दुनिया में समय बिताएं: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं और वास्तविक दुनिया की गतिविधियों में भाग लें। 
  • डिजिटल डिटॉक्स के लिए समय निकालें: सप्ताह में कुछ घंटे या एक दिन बिना स्क्रीन के बिताएं।

डिजिटल डिटॉक्स एक आसान और प्रभावी तरीका है अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का। आज से ही डिजिटल डिटॉक्स की आदत डालें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं। 

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 31 July 2025 at 22:55 IST