अपडेटेड 9 July 2025 at 00:03 IST

Good Habits: हर रात सिर्फ 5 मिनट का सेल्फ रिव्यू बदल सकता है आपकी पूरी जिंदगी, ऐसे करें प्रैक्‍टिस

रोज रात सिर्फ 5 मिनट खुद का सेल्फ रिव्यू करने से आप जिंदगी में बड़ा बदलाव महसूस कर सकते हैं। जानिए इसका असर और सही तरीका क्या है?

Self Review Benefits
रोज रात में करें अपना सेल्फ रिव्यू | Image: AI

Self Review Benefits: भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर रुककर सोचने का वक्त ही नहीं निकालते कि आज हमने क्या सही किया और क्या बेहतर किया जा सकता था। लेकिन यही 5 मिनट का आत्म-चिंतन आपकी सोच, भावनाओं और फैसलों को बेहतर बना सकता है।

हर दिन हमारे लिए सीखने का अवसर होता है। अगर हम दिनभर के अनुभवों से नहीं सीखते तो वही गलतियां दोहराते रहते हैं। सेल्फ रिव्यू का मकसद है कि खुद से ईमानदारी से सवाल करना और जवाब तलाशना। आपको बस खुद से तीन सवाल पूछने हैं, क्या आज मैंने अपना बेस्ट दिया? क्या कुछ ऐसा था जिसे बेहतर किया जा सकता था? क्या कोई आदत मुझे बदलनी चाहिए?

दिग्गज भी करते हैं सेल्फ रिव्यू

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विराट कोहली जैसे लोग भी सेल्फ रिव्यू को अपनी दिनचर्या का हिस्सा मानते हैं। विराट कोहली ने कहा था कि 'हर मैच के बाद मैं खुद से सवाल करता हूं कि और क्या बेहतर हो सकता था।'

कैसे करें सेल्फ रिव्यू?

शांत जगह चुनें: रात को सोने से पहले 5-10 मिनट का शांत समय चुनें।
खुद से सवाल पूछें: दिनभर के कामों, सोच और भावनाओं पर सवाल करें।
सोचें या लिखें: डायरी लिखना चाहें तो बेहतर, नहीं तो मन में सोचें।
खुद को दोष न दें: गलतियों को स्वीकार करें, लेकिन खुद पर कठोर न हों।
हर दिन 1% सुधार: हर दिन थोड़ा बेहतर बनने की कोशिश करें।

Advertisement

ओवरथिंकिंग से बचें 

ध्यान रहे कि सेल्फ रिव्यू सोच-समझ को सुधारने के लिए है, न कि बार-बार एक ही बात को सोचकर खुद को थकाने के लिए। दरअसल, सेल्फ रिव्यू करने वाले लोग भावनात्मक रूप से मजबूत होते हैं, उनके फैसले स्पष्ट होते हैं और वे धीरे-धीरे अपनी आदतों पर नियंत्रण पाते हैं। यह छोटी सी आदत आपके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है।

खुद को जानने का सबसे सच्चा तरीका 

जब दिनभर की भागदौड़ के बाद आप खुद से चुपचाप मिलते हैं, तो वो मुलाकात दुनिया के किसी इंसान से ज्यादा सच्ची होती है। सेल्फ रिव्यू आपको अपनी कमियों का आईना दिखाता है, लेकिन साथ ही आपकी अच्छाइयों पर भी प्यार से ध्यान दिलाता है। यह वो पल होता है जब आप दुनिया के शोर से दूर होकर अपनी आत्मा की आवाज सुनते हैं। ये प्रैक्टिस सिखाती है कि जिंदगी में परफेक्ट होना जरूरी नहीं है, बल्कि हर दिन थोड़ा बेहतर होना ही असली सफलता है।

Advertisement

छोटे सवाल, बड़े हल 

सेल्फ रिव्यू के सवाल छोटे लगते हैं जैसे- 'क्या अच्छा किया?’, ‘कहां गलती हुई?’, ‘कल क्या सुधार लाऊं?’ लेकिन इनके जवाब आपकी पूरी जिंदगी का रास्ता बदल सकते हैं। जब आप खुद से ईमानदारी से ये सवाल पूछते हैं, तो आपके अंदर छुपा डर, पछतावा और भ्रम धीरे-धीरे मिटने लगता है। तब आप समझ पाते हैं कि असली शांति दूसरों की तारीफों में नहीं, बल्कि अपनी आत्मा की सच्चाई में है। यही आत्म-संवाद आपको हर दिन एक बेहतर इंसान बनने का अवसर देता है। 

यह भी पढ़ें : VIRAL: रिसेपशनिस्ट के खाते में अचानक आए 3.43 करोड़ तो खूब मौज की, फिर...

Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 9 July 2025 at 00:02 IST