अपडेटेड 20 April 2024 at 12:09 IST

Open AI ने भारत में चुना अपना पहला कर्मचारी, जानिए कौन हैं प्रज्ञा मिश्रा जिसे मिली अहम जिम्मेदारी

प्रज्ञा की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वो जुलाई 2021 से अब तक ट्रूकॉलर में बतौर निदेशक जुड़ीं थी।

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प्रज्ञा मिश्रा बनी भारत में पहली ओपेन एआई कर्मचारी | Image: Socail Media - X and linkedin

चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई ने भारत में प्रज्ञा मिश्रा को अपना पहला कर्मचारी नियुक्त किया है। शुक्रवार (19 अप्रैल) को न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रज्ञा मिश्रा को देश में सार्वजनिक नीति मामलों और भागीदारी की जिम्मेदारी दी गई है। इस महीने के अंत तक प्रज्ञा अपनी इस नई जिम्मेदारी को संभाल लेंगी।

सैम ऑल्टमैन की कंपनी ओपनएआई ने ऐसे वक्त में ये बड़ा फैसला लिया है जब दुनिया भर में डीपफेक वीडियो और ऑर्टिफिशइयल टेक्नोलॉजी के बहुत सारे दुरुपयोग देखने को मिले हैं। वहीं देश में इस समय चल रहे लोकसभा चुनाव की वजह से लोग एआई तकनीकि का दुरुपयोग कर रहे हैं ऐसे में भारत में भीएआई के मामलों का एक मजबूत नेतृत्व जरूरी था जिसकी भूमिका में प्रज्ञा मिश्रा की तैनाती की गई है, यहां वो एक बेहद जरूरी भूमिका निभाएंगी।

कौन हैं प्रज्ञा मिश्रा, जानें यहां

प्रज्ञा मिश्रा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है उसके बाद लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से बारगेनिंग एंड निगोशिएशन (argaining and Negotiations) में डिप्लोमा किया है। प्रज्ञा की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वो जुलाई 2021 से अब तक ट्रूकॉलर में बतौर निदेशक जुड़ीं थी। वो यहां पर सार्वजनिक मामलों के लिए काम कर रहीं थी। इसके पहले वो मेटा के लिए भी काम कर चुकीं थीं। इसके पहले प्रज्ञा अर्न्स्ट एंड यंग और नई दिल्ली में रॉयल डेनिश दूतावास के लिए भी काम किया है।

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के तौर पर भी है पहचान

प्रज्ञा मिश्रा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। वो इंस्टाग्राम पर एक इन्फ्लुएंसर की भूमिका में काम करती हैं और ध्यान और चेतना जैसे विषयों पर पॉडकास्ट भी करती रहती हैं। इसके अलावा वो लिंक्डाइन और फेसबुक पर भी सक्रिय रहती हैं। उन्होंने फेसबुक की पैरेंटल कंपनी मेटा के साथ कम्युनिकेशन मैनेजर के तौर पर भी 3 साल तक काम किया है। साल 2018 में प्रज्ञा ने मिसइन्फॉर्मेशन (गलत सूचना) के खिलाफ व्हाट्सएप के कैंपेन को लीड किया था।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 20 April 2024 at 10:13 IST