अपडेटेड 3 October 2025 at 16:37 IST

'दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे, तय कर लो मैप में रहना है या नहीं', आर्मी चीफ ने पाकिस्तान को दी सीधी चेतावनी

भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि अब संयम नहीं बरता जाएगा।

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 Chief of Army Staff (COAS) General Upendra Dwivedi
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी | Image: ANI

भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि अब संयम नहीं बरता जाएगा। उन्होंने कहा कि तय कर लो दुनिया के नक्शे में रहना है या नहीं।

इससे पहले एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को हुए नुकसान की जानकारी दी। उन्होंने खुलासा किया कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 4-5 फाइटर जेट मार गिराए। इसमें JF-16 शामिल था। इतना ही नहीं पाकिस्तान के चीन निर्मित जेएफ-17 फाइटर जेट भी गिराए गए हैं।

आर्मी चीफ का बयान

आर्मी चीफ ने कहा, "इस बार भारत पूरी तैयारी के साथ है। इस बार वो संयम नहीं रखेगा, जो ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में हमने रखा था। इस बार हम आगे की कार्रवाई करेंगे। ऐसी कार्रवाई करेंगे कि पाकिस्तान को सोचना पड़े उसे इतिहास में, भूगोल में रहना है या नहीं। अगर उसे भूगोल में अपनी जगह बनानी है तो आतंकवाद को स्पॉन्सर करना बंद करना पड़ेगा। आप (सैनिक) अपनी पूरी तैयारी करके रखिए।अगर परवरदिगार, भगवान, वाहेगुरु चाहेंगे तो बहुत जल्दी आपको मौका मिलेगा। उसके लिए ऑल द बेस्ट।"

AMCA पर क्या बोले वायु सेना प्रमुख?

इससे पहले एडवांस्ड मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) के बारे में भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, "जहां तक ​​मैं समझता हूं, यह इसी दशक में, 2028 में, उड़ान भरेगा, जो कि पहली उड़ान की योजना है और 2035 तक, इसे भारतीय वायु सेना में शामिल और चालू कर दिया जाना चाहिए। इसलिए मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि अगर लोग वास्तव में ऐसा करना चाहें, तो इस समय-सीमा को प्राप्त किया जा सकता है, या शायद इससे भी बेहतर। यह संभव है। और जहां तक ​​तकनीक का सवाल है, AMCA तकनीक हमारे दिमाग में बिल्कुल स्पष्ट है कि हमें क्या चाहिए और क्या आवश्यक है और यह कहां और कैसे उपलब्ध है।"

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उन्होंने आगे कहा, "जहां तक ​​SU-57 का सवाल है, मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि हमें सभी विकल्पों पर विचार करना होगा, और रक्षा मंत्रालय और भारतीय वायु सेना में किसी भी हथियार प्रणाली को शामिल करने की एक निश्चित प्रक्रिया है, और उसी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। इसलिए जो भी आएगा वह इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या आवश्यकताओं को पूरा करता है और हमारे लिए क्या सबसे अच्छा है।"

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 3 October 2025 at 15:13 IST