अपडेटेड 2 July 2025 at 17:58 IST
UP: 'कथा वाचक नशे में नहीं थे बल्कि आया था मिर्गी दौरा फिर खाट पर...', इटावा में पिटाई के VIRAL VIDEO की सच्चाई आई सामने
UP News : पीड़ित कथा वाचक पंकज उपाध्याय ने बताया कि वो पिछले 10 सालों से मिर्गी की दवा ले रहे हैं और उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा है।
- भारत
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Firozabad News : उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव कथा वाचक के साथ ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों ने की मारपीट और अपमानित का मामला अभी तक ठंडा भी नहीं हुआ कि सोशल मीडिया पर एक नई वीडियो वायरल होने लगी है। वीडियो में एक युवक को शराब के नशे में महिला के पास जाते हुए दिखाया गया है, जिसे ग्रामीणों ने पकड़कर पीटा और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन इस पूरे मामले की सच्चाई कुछ और ही सामने आई है।
ये पूरा मामला इटावा जिले के थाना जसवंतनगर क्षेत्र के जनकपुर गांव का है। ये घटना 17 जून की है। वीडियो में एक युवक को शराब के नशे में महिला के पास जाते हुए दिखाया गया है, जिसे ग्रामीणों ने पकड़कर पीटा और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन अब इस पूरे मामले की सच्चाई कुछ और ही निकली। हालांकि ये घटना इटावा में हुई यादव कथा वाचक के साथ मारपीट से पहले की है।
छेड़खानी का आरोप लगाकर मारपीट
जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो में दिख रहा युवक इटावा का नहीं बल्कि फिरोजाबाद जिले के टूंडला कस्बे के एक गांव का रहने वाला, जिसका नाम पंकज उपाध्याय है। पंकज भागवत कथा और हवन अनुष्ठान का काम करते हैं। उन्होंने वृंदावन में कथा वाचकों से धार्मिक शिक्षा ली है।
परिजनों के अनुसार, पंकज 16 जून को जनकपुर गांव में कालीचरण के यहां भागवत कथा को लेकर चर्चा करने गए थे। जनकपुर गांव में वो इससे पहले भी दो बार कथा कर चुके थे। 17 जून की रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें मिर्गी का दौरा पड़ गया। जिससे वे अपनी सुध-बुध खो बैठे। इस अवस्था में वे अनजाने में एक चारपाई पर सो रही महिला के पास जा पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें नशे में समझा और छेड़खानी का आरोप लगाते हुए मारपीट शुरू कर दी।
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दिल्ली एम्स का चल रहा इलाज
पंकज उपाध्याय ने बताया कि वो पिछले 10 सालों से मिर्गी की दवा ले रहे हैं और उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा है। उनका कहना है कि न तो वे शराब पीते हैं और न ही किसी प्रकार का नशा करते हैं। वायरल वीडियो में उनका नाम गलत रूप से 'पंकज मिश्रा' बताया गया है, जबकि उनका असली नाम पंकज उपाध्याय है।
पंकज के माता-पिता ने इस घटना से चिंतित है। उनकी मां मंजू उपाध्याय का कहना है कि "उनका बेटा बेहद अनुशासित जीवन जीता है, उसने कभी नशा नहीं किया और फिर भी यादव समाज के कुछ लोगों ने उसे पीटकर बदनाम कर दिया।" उनके पिता राकेश उपाध्याय ने सरकार से अपील की है कि वीडियो वायरल करने और झूठे आरोप लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 2 July 2025 at 17:58 IST