अपडेटेड 6 April 2025 at 17:37 IST
'24 नवंबर की हिंसा और फिर...', संभल में जामा मस्जिद के सामने क्यों बनी चौकी? 'सत्यव्रत' नाम रखने की SP ने बताई वजह
संभल एसपी केके बिश्नोई ने रिपब्लिक भारत के साथ Exclusive बातचीत में बताया कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद इलाके में हिंसा के बाद एक बड़ा फैसला लिया गया।
- भारत
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आज, 6 अप्रैल को पूरे देश में धूमधाम से रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई तो देश के अलग-अलग हिस्सों में शोभायात्रा निकाली गई। इस बार उत्तर प्रदेश के संभल की रामनवमी बेहद खास रही। संभल में रामनवमी पर जहां एक तरफ खग्गू सराय स्थित मंदिर पर 46 वर्ष बाद पहली बार पूजा अर्चना की गई है। वहीं दूसरी ओर जामा मस्जिद के सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी का लोकार्पण भी किया गया है। अब संभल के एसपी ने इस पुलिस चौकी के निर्माण के पीछे की वजह के बारे खुलकर बातचीत की है।
संभल एसपी केके बिश्नोई ने रिपब्लिक भारत के साथ Exclusive बातचीत में बताया कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद इलाके में हिंसा के बाद में पुलिस द्वारा यह देखा गया कि इस तरह की घटना क्यों बार-बार यहां ही होती है। पुलिस द्वारा निर्णय लिया गया की सुरक्षा का मुख्य स्थान जहां से हिंसा की शुरुआत हुई थी उस जगह पर पुलिस चौकी बनाई जाए। इसके बाद इसकी पूरी जिम्मेदारी डिपार्टमेंट को दिया गया। डिपार्टमेंट से फंड और तमाम चीज पास होने के बाद नगर पालिका की जमीन पर सत्यव्रत चौकी बनाई गई।
सत्यव्रत पुलिस चौकी इन सुविधाओं से है लैस
एसपी केके बिश्नोई ने आगे बताया कि चौकी के अंदर क्या-क्या सुविधा है। दो मंजिला चौकी के अंदर जिला कंट्रोल रूम है उसको सेटअप किया जाएगा, ताकि जनपद में जो भी घटनाएं हो रही है उसकी जानकारी तुरंत दी जा सके। पीएससी विवादित धर्म स्थल के पास तैनात रहेगी। आसपास की मार्केट जो की सेंसिटिव इलाके हैं दोनों धर्मों के लोगों के लिए यहां चौकी बनाना ठीक निर्णय है क्योंकि लंबे समय से चौकी बनाने की बात की जा रही थी।
Safe Sambhal प्रोजेक्ट पर तेजी से काम
संभल में Safe Sambhal नाम का एक प्रोजेक्ट है उसको मॉनिटर किया जा रहा है। सेफ संभल में हाई क्वालिटी कैमरे voice के साथ लगाए जाएंगे, इसका कंट्रोल रूम सत्यव्रत चौकी रहेगा। 50 से ज्यादा चौराहों पर कैमरे को लगाया जाएगा और हर चौराहा की मूवमेंट सीसीटीवी मॉनिटर में बैठकर देख पाएंगे।
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'सत्यव्रत' नाम रखने की SP ने बताई वजह
एसपी ने चौकी के नाम पर खुलासा करते हुए बताया कि संभल का सतयुग में नाम सत्यव्रत था नाम पर विवाद ना हो इसलिए सत्यव्रत पुलिस चौकी नाम रखा गया है। मार्बल पर चित्र लिया गया चित्र में प्रभु श्री राम रावण को मारने के बाद माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ वापस लौट रहे हैं। उस तस्वीर को दर्शाया गया है इसका उद्देेश्य पुलिस वालों के लिए भी संदेश है। अच्छे लोगों के साथ खड़े रहे। अधर्मी और जो दुष्ट है जो कर्तव्य नहीं करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
24 घंटे पुलिस की रहेगी डेप्लॉयमेंट
विवादित धर्म स्थल उसके सामने की तरफ जो रास्ता है वह एरिया भी चौकी में रहेगा, करीबन 3 किलोमीटर का रेडियस चौकी के अंदर आएगा, चौकी के प्रभारी उनको चौकी में नियुक्त कर दिया है 24 घंटे पुलिस की डेप्लॉयमेंट रहेगी। पुलिस ने जब इस जमीन पर काम करवाया नगर पालिका से पूछा सरकारी जमीन डिक्लेयर होने के बाद काम शुरू हुआ था
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कुछ लोगों ने किया था वक्फ की जमीन होने का दावा
एसपी ने बताया कि जहां चौकी बनी है कुछ लोग उसे वक्फ की जमीन होने का दावा कर रहे थे। उन्होंने कहा, कुछ लोग वक्फ की प्रॉपर्टी के कागज लेकर आए थे वक्फ फर्जी पाया गया, जिस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था जांच की जा रही है। जिस परिवार के द्वारा यह कहा गया था कि यह वक्फ की प्रॉपर्टी है उनसे बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे पूर्वज ने बताया था कि यह वक्फ है लेकिन बाद मे यह सरकारी जमीन है इस बात का एफिडेविट परिवार ने दिया था। सरकारी जमीन है नगर पालिका से एफिडेविट भी लिया गया और उसके बाद इस पर चौकी का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 6 April 2025 at 17:37 IST