अपडेटेड 20 May 2025 at 16:39 IST

ज्योति मल्होत्रा के ट्रैवल ब्लॉग को रेकी टूल की तरह इस्तेमाल कर रही थी ISI? अयोध्या राम मंदिर भी गई थी Jyoti Malhotra

Jyoti Malhotra ने पाकिस्तान यात्राओं को Religious tourism और Minority Outreach का नाम दिया है। लेकिन उसकी एक्टिविटी पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर तक पहुंच चुकी थी, जो आतंकी गतिविधियों का सेंटर माना जाता है।

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Jyoti Malhotra spy Case : हरियाणा की ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तानी जासूस होने के आरोप में 16 मई को गिरफ्तार किया गया था। उसके पाकिस्तानी दूतवास के अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के साथ सीधे संबंध थे। दानिश को जासूसी के इल्जाम में भारत ने 13 मई को फौरन देश छोड़ने के लिए कहा था, उसके साथ ज्योति का रिश्ता उजागर हुआ है। 

इस मामले में जैसे-जैस जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे नए-नए खुलासे हो रहे हैं। तमाम जांच एजेंसियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सूत्रों के मुताबिक ये मामला सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि एक बड़े तकनीकी और ऑनलाइन नेटवर्क की तरफ इशारा करता है। जिसमें फॉलोअर्स और फ्री ट्रिप्स का लालच देकर कंटेंट क्रिएटर्स और इन्फ्लुएंसर्स का इस्तेमाल किया गया है। खबर है कि ISI ज्योति मल्होत्रा के ट्रैवल ब्लॉग रेकी टूल की तरह इस्तेमाल कर रही थी।

अयोध्या आई थी ज्योति मल्होत्रा

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा भगवान राम की नगर अयोध्या भी आई गई थी। रामलला दर्शन मार्ग का उसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। 32 सेकेंड के वायरल वीडियो में वह रामलला की धरती को पावन बता रही है। उसने माथे पर जय श्रीराम लिखा है, वायरल वीडियो में वह जहां खड़ी है वह स्थान पीसीएफ सेंटर के पास है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि अगर ISI ज्योति मल्होत्रा के ट्रैवल ब्लॉग को रेकी टूल की तरह इस्तेमाल कर रही थी, तो क्या राम मंदिर की भी रेकी की गई?

6 पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से सीधे बातचीत

ज्योति ने पाकिस्तान यात्राओं को Religious tourism और Minority Outreach का नाम दिया है। लेकिन ट्रैवल एजेंट्स और दस्तावेज बताते है कि उसकी एक्टिविटी पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर तक पहुंच चुकी थी, जो आतंकी गतिविधियों का सेंटर माना जाता है। सूत्रों के मुताबिक ज्योति की 6 पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से सीधे बातचीत हुई थी। इन अफसरों ने उसे तस्वीरें, वीडियो और डेटा इकट्ठा करने के काम सौंपे थे।

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चीन और बांग्लादेश यात्रा पर भी शक

पाकिस्तानी दूतवास के अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से ज्योति की मुलाकात हरकीरत सिंह नाम के एजेंट ने कराई थी। बाद में वो पाकिस्तानी विचारधारा को प्रमोट करने लगी और ISI के लिए एक डिजिटल एसेट बन गई। चौंकाने वाली बात ये है कि ज्योति की चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, नेपाल, भूटान, दुबई और थाईलैंड जैसी जगहों पर गई यात्राएं अब जांच के घेरे में है। खासकर पाकिस्तान दौरे के बाद चीन और बांग्लादेश की यात्रा पर एजेंसियां शक जता रही है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 20 May 2025 at 16:37 IST