अपडेटेड 11 March 2025 at 20:27 IST
Varanasi Masan Holi: जटाओं वाले नागा साधु, गले में नरमुंड... जब मणिकर्णिका घाट पर धधकती चिताओं की भस्म से खेली होली, VIDEO
आइए जानते हैं मणिकर्णिका घाट पर भस्म की होली के बारे में जहां राख और रंगों का जश्न देखने को मिलता है।
- भारत
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Manikarnika Ghat Holi: बनारस के काशी में एक ऐसी जगह है जहां पूरे हफ्ते 24 घंटे चिता जलाई जाती है, उस जगह का नाम है मणिकर्णिका घाट... उस घाट पर इस वक्त चिता की राख से होली खेली जा रही है, जानते हैं और क्या-क्या चल रहा है मणिकर्णिका घाट पर, आइए जानते हैं मणिकर्णिका घाट पर भस्म की होली के बारे में जहां राख और रंगों का जश्न देखने को मिलता है।
वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर मंगलवार (11 मार्च) को सदियों पुरानी परंपरा के तहत मसाने की होली खेली गई। तेज डीजे की धुनों के बीच तांडव नृत्य करते नागा साधु, गले में नरमुंडों की माला पहने संन्यासी और भस्म से नहाए हुए श्रद्धालुओं को देख किसी का भी मन झूम उठे, और हां यह नजारा किसी रहस्यलोक से कम नहीं है।
साइड से गुजर रही शव यात्राएं और होली का जश्न जारी
होली का यह अनूठा रंगोत्सव डमरू वादन से शुरू हुआ, जिसमें नागा संन्यासियों तलवारें और त्रिशूल लहराए। घाट पर चारों ओर चिता की राख उड़ रही थी, और लोग उसी राख से होली खेल रहे थे। हर ओर हर-हर महादेव के जयकारे गूंज रहे थे। इसी दौरान शवयात्राएं भी घाट से गुजरती रहीं थी, और सब झूम रहे थे, सूनन में शायद थोड़ा अलग लगे लेकिन वो काशी का मणिकर्णिका घाट ही है जहां आप एक साइड को शव यात्राएं गुजरते देखोगे और दूसरी ओर जश्न मना रहे श्रद्धालु, होली इतना बड़ी त्योहार है कि जश्न में कोई विघ्न नहीं आता।
कुछ महिलाएं भी घाट पर झूमती नजर आईं
भस्म और गुलाल के इस अलौकिक संगम को देखने देश-विदेश से 25 से ज्यादा देशों के दो लाख से भी ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं। विदेशी सैलानी भी इस माहौल में झूमते नजर आए। सुबह 11 बजे शुरू हुआ यह आयोजन शाम 4 बजे तक चला। हालांकि, इस बार एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है, महिलाओं को इस आयोजन में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली। बावजूद इसके, कुछ महिलाएं घाट पर पहुंचकर इस अनूठी होली का हिस्सा बनीं।
काशी में मृत्यु के दर्शन और होगी का जश्न
घाट पर शिव-पार्वती का रूप धारण किए कलाकार भी नजर आए, जो इस पवित्र आयोजन की भव्यता को और बढ़ा रहे थे। चिता की राख से खेली जाने वाली यह होली जीवन और मृत्यु के दर्शन का जीवंत प्रमाण बनकर हर साल इतिहास दोहराती है।
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वीडियो आप यहां देख सकते हैं- https://x.com/VaishaliPanditT/status/1899308200853397686
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 11 March 2025 at 20:19 IST